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मिड-एज में फर्टिलिटी बढ़ाने के आसान उपाय! इन घरेलू नुस्खों से पाएँ बेहतर प्रेगनेंसी के लिए हेल्थ

क्या आप 30+ में मां बनने की सोच रही हैं? जानिए डॉक्टर के बताए फर्टिलिटी बूस्टिंग सीक्रेट्स, जिससे आपका सपना हो सकता है पूरा!

By Divya Pawanr
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पेरेंटिंग वाकई चुनौतीपूर्ण होती है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि माता-पिता बनने के बाद जिंदगी में ढेरों खुशियां आती हैं। लेकिन मौजूदा दौर में कपल्स के लिए इंफर्टिलिटी (Infertility) एक बड़ी समस्या बन गई है। कई लोग यह फैसला करने में लंबा समय लेते हैं कि उन्हें बच्चा चाहिए, लेकिन जब वे इस मोड़ पर पहुंचते हैं, तब उन्हें फर्टिलिटी (Fertility) की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं की प्रजनन क्षमता (Reproductive Health) प्रभावित हो सकती है, लेकिन सही लाइफस्टाइल (Lifestyle) अपनाने से 30+ उम्र में भी हेल्दी प्रेग्नेंसी (Healthy Pregnancy) संभव है।

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अल्कोहल और धूम्रपान से बचें

सही पोषण और हेल्दी डाइट का महत्व

मिडल-एज में अल्कोहल (Alcohol) और धूम्रपान (Smoking) से बचना बेहद जरूरी है। शराब के अधिक सेवन से पुरुषों के शुक्राणुओं (Sperms) की गुणवत्ता प्रभावित होती है और महिलाओं के लिए गर्भधारण मुश्किल हो जाता है। धूम्रपान करने वाली महिलाओं की मेनोपॉज (Menopause) धूम्रपान न करने वाली महिलाओं की तुलना में करीब दो साल पहले हो सकता है, जिससे फर्टिलिटी पर नकारात्मक असर पड़ता है।

अल्कोहल और धूम्रपान से बचें

मिडल-एज में अल्कोहल (Alcohol) और धूम्रपान (Smoking) से बचना बेहद जरूरी है। शराब के अधिक सेवन से पुरुषों के शुक्राणुओं (Sperms) की गुणवत्ता प्रभावित होती है और महिलाओं के लिए गर्भधारण मुश्किल हो जाता है। धूम्रपान करने वाली महिलाओं की मेनोपॉज (Menopause) धूम्रपान न करने वाली महिलाओं की तुलना में करीब दो साल पहले हो सकता है, जिससे फर्टिलिटी पर नकारात्मक असर पड़ता है।

सही पोषण और हेल्दी डाइट

सही पोषण और हेल्दी डाइट का महत्व

मिड-एज में महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए सेहतमंद भोजन (Healthy Diet) बेहद जरूरी है। ओवरवेट (Overweight) होने से गर्भधारण की संभावनाएं प्रभावित हो सकती हैं। पोषणयुक्त भोजन लें, जिसमें फल और सब्जियां (Fruits & Vegetables) अधिक हों और प्रोसेस्ड फूड (Processed Food) कम हो। बीएमआई (BMI) 30 से अधिक होने पर गर्भधारण में कठिनाई हो सकती है और भ्रूण के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है।

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संतुलित वर्कआउट जरूरी

मिड-एज में गर्भधारण का प्रयास कर रही महिलाओं को अत्यधिक व्यायाम (Excessive Exercise) से बचना चाहिए। भारी-भरकम व्यायाम से ओव्यूलेशन (Ovulation) प्रभावित हो सकता है, जिससे गर्भधारण में परेशानी हो सकती है। लेकिन पूरी तरह निष्क्रिय रहना भी फर्टिलिटी के लिए सही नहीं है। इसलिए, अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर संतुलित वर्कआउट रूटीन (Balanced Workout Routine) अपनाएं।

कैफीन का सेवन सीमित करें

कैफीन का सेवन सीमित करें

यदि आप रोजाना कॉफी (Coffee) या अन्य कैफीनयुक्त ड्रिंक्स (Caffeinated Drinks) का सेवन अधिक मात्रा में कर रहे हैं, तो यह आपकी फर्टिलिटी (Fertility) को प्रभावित कर सकता है। कैफीन का अधिक सेवन गर्भधारण की संभावनाओं को कम कर सकता है। इसकी जगह, दूध (Milk) और अन्य पोषणयुक्त ड्रिंक्स का सेवन करें।

तनाव प्रबंधन और मानसिक स्वास्थ्य

गर्भधारण न होने पर तनाव (Stress) का बढ़ना स्वाभाविक है। खासतौर से यदि आप अधिक उम्र में गर्भधारण की योजना बना रहे हैं, तो यह चिंता बढ़ सकती है। तनाव बढ़ने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) हो सकता है, जिससे गर्भधारण की संभावना और कम हो जाती है। ऐसे में योग (Yoga), ध्यान (Meditation) और स्ट्रेस-मैनेजमेंट तकनीकों को अपनाएं।

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