
डायबिटीज (Diabetes) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है, जिसका असर लाखों लोगों पर हो रहा है। रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखना इसके प्रबंधन का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान, दोनों में ही मेथी दाने को डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए एक प्रभावी उपाय माना गया है। मेथी के बीजों में भरपूर मात्रा में घुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो पाचन प्रक्रिया को धीमा करता है और रक्त शर्करा को स्थिर रखने में मदद करता है।
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मेथी दाने से कैसे नियंत्रित होती है ब्लड शुगर?
मेथी दाने में मौजूद गैलेक्टोमैनन नामक फाइबर ब्लड शुगर के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे अचानक शुगर स्पाइक्स नहीं आते। इसके अलावा, इसमें अमिनो एसिड भी होते हैं, जो इंसुलिन स्राव को बढ़ाते हैं और शरीर को ब्लड शुगर नियंत्रित रखने में मदद करते हैं।
रिसर्च से यह भी सामने आया है कि जो लोग नियमित रूप से मेथी दाने का सेवन करते हैं, उनके टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) के लक्षणों में सुधार देखा जाता है। एक अध्ययन के अनुसार, टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में मेथी के सेवन से फास्टिंग ब्लड शुगर 25% तक कम हो सकता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल के लिए मेथी दाने का सेवन कैसे करें?
मेथी दाने को डायबिटीज नियंत्रण के लिए कई तरीकों से इस्तेमाल किया जा सकता है। सबसे आसान और प्रभावी तरीका यह है कि इसे रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट सेवन किया जाए। भिगोए हुए मेथी दाने न केवल पचाने में आसान होते हैं, बल्कि इनके पोषक तत्व भी जल्दी अवशोषित होते हैं।
इसके अलावा, मेथी को अंकुरित करके भी खाया जा सकता है या फिर इसका पाउडर बनाकर गर्म पानी के साथ सेवन किया जा सकता है। यह सभी तरीके ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद कर सकते हैं।
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मेथी दाना सभी डायबिटीज मरीजों के लिए सुरक्षित है?
हालांकि मेथी दाने को प्राकृतिक औषधि माना जाता है, लेकिन कुछ मामलों में इसका अत्यधिक सेवन परेशानी का कारण बन सकता है। जिन लोगों को लो ब्लड शुगर (Hypoglycemia) की समस्या होती है, उन्हें इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को भी इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि यह हार्मोनल प्रभाव डाल सकता है। इसके अलावा, यदि कोई व्यक्ति पहले से डायबिटीज की दवाएं ले रहा है, तो उसे अपने ब्लड शुगर लेवल पर नजर रखनी चाहिए, ताकि अत्यधिक गिरावट से बचा जा सके।
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