
चेहरे पर फेस पैक में नींबू डालना एक आम घरेलू नुस्खा है जिसे त्वचा को साफ और चमकदार बनाने के लिए आज़माया जाता है। नींबू में मौजूद विटामिन C और साइट्रिक एसिड त्वचा की टोनिंग और ब्राइटनिंग के लिए असरदार माने जाते हैं, लेकिन त्वचा विशेषज्ञों की मानें तो इसका सीधा उपयोग त्वचा को फायदा पहुंचाने के बजाय नुकसान भी पहुंचा सकता है। डॉक्टरों की मानें तो नींबू त्वचा पर फाइटोफोटो डर्मेटाइटिस, जलन, खुजली और डार्क पैच जैसी गंभीर स्किन प्रॉब्लम्स का कारण बन सकता है।
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नींबू का अम्लीय स्वभाव और त्वचा पर इसका प्रभाव
नींबू का pH स्तर काफी कम होता है जो त्वचा की प्राकृतिक अम्लता को बिगाड़ देता है। जब नींबू का रस चेहरे पर सीधे लगाया जाता है, तो यह त्वचा की बाहरी परत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसका परिणाम जलन, खुजली और रेडनेस के रूप में सामने आता है। नींबू की अम्लीय प्रवृत्ति त्वचा की सुरक्षात्मक परत को कमजोर कर देती है जिससे वह बैक्टीरिया और एलर्जी के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती है।
फाइटोफोटो डर्मेटाइटिस का बढ़ता खतरा
फेस पैक में नींबू का उपयोग करने के बाद यदि कोई व्यक्ति सीधे धूप में निकलता है, तो उसके चेहरे पर फाइटोफोटो डर्मेटाइटिस की संभावना बढ़ जाती है। नींबू में पाए जाने वाले फ्यूरोकौमारिन जैसे यौगिक जब UV किरणों के संपर्क में आते हैं तो त्वचा पर सूजन, फफोले और डार्क स्पॉट्स पैदा कर सकते हैं। कई मामलों में यह स्थिति स्थायी स्किन डैमेज तक पहुंच सकती है जो इलाज के बावजूद पूरी तरह से ठीक नहीं होती।
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ड्राई और सेंसिटिव स्किन वालों के लिए और खतरनाक
अगर आपकी स्किन पहले से ही ड्राई या संवेदनशील है, तो नींबू का उपयोग नुकसानदेह साबित हो सकता है। नींबू त्वचा की नमी सोख लेता है जिससे स्किन में खिंचाव, पपड़ी और रैशेज की शिकायत बढ़ जाती है। नींबू के अधिक प्रयोग से स्किन बैरियर डैमेज हो सकता है जिससे स्किन इन्फ्लेमेशन और इंफेक्शन की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे में डॉक्टर सलाह देते हैं कि ऐसे त्वचा वाले लोग नींबू से पूरी तरह परहेज करें।
एक्ने-प्रवण स्किन के लिए हानिकारक
जो लोग एक्ने या पिंपल्स की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए नींबू और भी नुकसानदेह हो सकता है। नींबू का उपयोग स्किन के pH को असंतुलित करता है जिससे एक्ने की स्थिति और बिगड़ जाती है। साथ ही, अगर नींबू लगाने के बाद त्वचा पर सूरज की रोशनी पड़ी तो एक्ने स्कार्स और भी गहरे हो सकते हैं। नींबू के उपयोग से त्वचा में सूजन और दर्द भी बढ़ सकता है जो किसी भी उपचार को अप्रभावी बना देता है।
नींबू का सुरक्षित उपयोग संभव है?
अगर नींबू का उपयोग पूरी तरह से टालना नहीं चाहते हैं, तो इसे सीधे लगाने की बजाय किसी दूसरे कूलिंग एजेंट जैसे ऐलोवेरा जेल, गुलाबजल या दही के साथ मिलाकर उपयोग करना अधिक सुरक्षित विकल्प हो सकता है। यह त्वचा पर नींबू के प्रभाव को संतुलित करता है और जलन से बचाता है। लेकिन फिर भी, डॉक्टरों की सलाह है कि नींबू का उपयोग सप्ताह में एक या दो बार से अधिक न किया जाए और हर बार इस्तेमाल से पहले पैच टेस्ट ज़रूर किया जाए।
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