सिर दर्द और माइग्रेन-Migraine की समस्या आजकल आम होती जा रही है, लेकिन इसका असर हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पर गहरा पड़ता है। दवा खाने से ज्यादा असरदार आयुर्वेदिक उपचार होते हैं, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के तुरंत राहत देते हैं। योगगुरु स्वामी रामदेव के अनुसार, पुदीने का तेल, तुलसी की पत्तियां और शहद जैसी प्राकृतिक चीजें सिर दर्द और माइग्रेन को दूर करने में बेहद कारगर साबित होती हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि इन आयुर्वेदिक उपायों का सही तरीके से उपयोग कैसे किया जाए और यह क्यों प्रभावी होते हैं।
पुदीने का तेल
- पुदीने के तेल की कुछ बूंदें अपने माथे और कनपटियों पर लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें।
- गुनगुने पानी में पुदीने के तेल की कुछ बूंदें डालकर भाप लें।
- पुदीने के तेल को नारियल तेल या जैतून के तेल के साथ मिलाकर सिर पर लगाएं।
स्वामी रामदेव के अनुसार, पुदीने का तेल (Peppermint Oil) सिर दर्द और माइग्रेन के लिए सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचारों में से एक है। इसमें मौजूद मेंथॉल नसों को ठंडक पहुंचाता है और रक्त संचार को बेहतर बनाता है। इसका उपयोग करने के लिए:
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तुलसी की पत्तियां
तुलसी (Holy Basil) की पत्तियां अपने औषधीय गुणों के कारण माइग्रेन और सिर दर्द को ठीक करने में मदद करती हैं। तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो सिर दर्द की तीव्रता को कम करने में सहायक होते हैं।
- 5-6 तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर उसमें शहद मिलाएं और इसे चाय की तरह पिएं।
- तुलसी के पत्तों को चबाने से भी सिर दर्द में आराम मिलता है।
- तुलसी का तेल माथे पर लगाने से माइग्रेन में राहत मिलती है।
शहद
शहद (Honey) आयुर्वेद में एक बेहतरीन प्राकृतिक उपचार माना जाता है। यह सिर दर्द को कम करने और शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है।
- एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं।
- अदरक और शहद को मिलाकर सेवन करने से माइग्रेन में तेजी से आराम मिलता है।
- नींबू पानी के साथ शहद मिलाकर पीने से भी सिर दर्द कम होता है।
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माइग्रेन और सिर दर्द के अन्य आयुर्वेदिक उपाय
स्वामी रामदेव के अनुसार, सिर दर्द और माइग्रेन से बचने के लिए कुछ और कारगर उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- योग और प्राणायाम: अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और कपालभाति प्राणायाम करने से मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन मिलती है, जिससे माइग्रेन की समस्या कम होती है।
- हल्दी और दूध: हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सिर दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीने से फायदा होता है।
- त्रिफला चूर्ण: पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन करें, जिससे सिर दर्द की समस्या जड़ से खत्म हो सकती है।
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