
आज के डिजिटल युग में मोबाइल स्क्रीन ग्लासेस या ब्लू लाइट ब्लॉकिंग चश्मे आंखों की सेहत के लिए जरूरी हो गए हैं। स्मार्टफोन, लैपटॉप और टैबलेट जैसी डिवाइसेज़ से निकलने वाली ब्लू लाइट (Blue Light) आपकी आंखों को गहराई से प्रभावित कर सकती है। अगर आप लंबे समय तक मोबाइल या कंप्यूटर का उपयोग करते हैं, और बिना किसी सुरक्षा के स्क्रीन देखते हैं, तो इससे आंखों में जलन, धुंधलापन, सिरदर्द और यहां तक कि नींद की गुणवत्ता पर भी असर पड़ सकता है।
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ब्लू लाइट आंखों को कैसे नुकसान पहुंचाती है

आंखों के विशेषज्ञ मानते हैं कि स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी यानी ब्लू लाइट आंखों की रेटिना को नुकसान पहुंचा सकती है। खासतौर पर रात में जब हम मोबाइल देखते हैं, तो यह रोशनी हमारी नींद को खराब करने के साथ-साथ आंखों पर तनाव भी बढ़ा देती है। यही वजह है कि अब विशेषज्ञ और डॉक्टर ब्लू लाइट ब्लॉकिंग चश्मों (Blue Light Blocking Glasses) की सलाह दे रहे हैं।
ब्लू लाइट ग्लासेस कैसे करते हैं काम
ब्लू लाइट को रोकने वाले ये चश्मे खास तरह के लेंस से बने होते हैं, जो स्क्रीन की तेज नीली रोशनी को फ़िल्टर कर देते हैं। इससे आंखों में होने वाली जलन और थकान काफी हद तक कम हो जाती है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो दिनभर लैपटॉप या मोबाइल पर काम करते हैं, जैसे आईटी प्रोफेशनल्स, स्टूडेंट्स, या कंटेंट क्रिएटर्स।
ग्लासेस के प्रकार और उनका उपयोग

एक्सपर्ट्स बताते हैं कि बाजार में दो प्रकार के ब्लू लाइट ग्लासेस उपलब्ध हैं—एक, जिनमें पीले या एम्बर रंग के लेंस होते हैं जो शाम के समय स्क्रीन देखने के लिए उपयुक्त हैं, और दूसरे, जिनमें हल्के टिंट के क्लियर लेंस होते हैं जिन्हें आप पूरे दिन पहन सकते हैं। इन चश्मों में एंटी-रिफ्लेक्टिव कोटिंग (Anti-Reflective Coating) भी होती है, जो स्क्रीन की चमक को कम करके आंखों को राहत देती है।
बच्चों की आंखों की सुरक्षा भी जरूरी
बच्चों के लिए भी अब विशेष ब्लू लाइट ब्लॉकिंग चश्मे आने लगे हैं, जो उनके नाजुक रेटिना की सुरक्षा करते हैं। आजकल बच्चे ऑनलाइन क्लासेज़, गेमिंग या यूट्यूब देखने में काफी समय बिताते हैं। ऐसे में बच्चों के लिए ऐसे चश्मों का इस्तेमाल अत्यंत आवश्यक है ताकि उनकी आंखों की सेहत भविष्य में खराब न हो।
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नंबर वाले और बिना नंबर वाले विकल्प

जो लोग पहले से चश्मा पहनते हैं, उनके लिए ब्लू लाइट फ़िल्टरिंग लेंस के साथ नया प्रिस्क्रिप्शन चश्मा बनवाना एक अच्छा विकल्प है। वहीं जो लोग चश्मा नहीं पहनते, वे नॉन-प्रिस्क्रिप्शन ग्लासेस का चयन कर सकते हैं। ये चश्मे अब कई स्टाइलिश डिज़ाइनों में भी उपलब्ध हैं, जिससे आप फैशन के साथ सेहत का भी ध्यान रख सकते हैं।
आंखों को सुरक्षित रखने के अतिरिक्त उपाय
ब्लू लाइट चश्मा पहनने के साथ-साथ कुछ अन्य उपायों को अपनाकर भी हम आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं। जैसे कि हर 20 मिनट बाद 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर देखने का 20-20-20 नियम, स्क्रीन ब्राइटनेस को कम करना, नाइट मोड का उपयोग करना, और बार-बार पलकें झपकाना। इसके अलावा, स्क्रीन को आंखों के स्तर पर रखना और सही मुद्रा में बैठना भी आंखों के लिए फायदेमंद होता है।
नींद की गुणवत्ता में सुधार

ब्लू लाइट ब्लॉकिंग ग्लासेस का उपयोग न केवल आंखों की थकान को कम करता है, बल्कि यह आपकी नींद की गुणवत्ता में भी सुधार लाता है, जिससे अगली सुबह आप ज्यादा ऊर्जावान महसूस करते हैं। इस तकनीक को अब विश्वभर में हेल्थ एक्सपर्ट्स भी मान्यता दे चुके हैं।
कहां से खरीदें सही चश्मा
मार्केट में कई लोकप्रिय ब्रांड्स जैसे Lenskart, Titan, और Amazon पर Okany और Livho जैसे विदेशी ब्रांड्स के चश्मे आसानी से उपलब्ध हैं। इनकी कीमत ₹500 से लेकर ₹3000 तक हो सकती है। कुछ चश्मे खासतौर पर रात को नींद में सुधार लाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जबकि कुछ ऑफिस वर्क या बच्चों के लिए खासतौर पर बनाए जाते हैं।
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