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Blood Purification: शरीर से टॉक्सिन्स हटाने के लिए इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का करें सेवन – रहेंगे सेहतमंद!

गिलोय, नीम और हल्दी से करें अपने शरीर को डिटॉक्स! जानिए कौन-सी जड़ी-बूटियाँ सबसे असरदार हैं और कैसे करें इनका सेवन!

By Divya Pawanr
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Blood Purification: शरीर से टॉक्सिन्स हटाने के लिए इन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का करें सेवन – रहेंगे सेहतमंद!

शरीर में टॉक्सिन्स (Toxins) का जमा होना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। गलत खानपान, प्रदूषण, तनाव और असंतुलित जीवनशैली के कारण शरीर में विषैले तत्व इकट्ठा हो जाते हैं, जो त्वचा संबंधी समस्याओं, पाचन तंत्र की गड़बड़ी और रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) में कमी का कारण बन सकते हैं। आयुर्वेद में शरीर की शुद्धि के लिए कई प्रभावी जड़ी-बूटियों का उल्लेख किया गया है, जो प्राकृतिक रूप से रक्त को शुद्ध करने और शरीर को डिटॉक्स (Detox) करने में मदद करती हैं।

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नीम

नीम का तेल

नीम (Neem) को एक प्राकृतिक रक्त शोधक (Blood Purifier) माना जाता है, जो शरीर में बैक्टीरिया और विषाक्त तत्वों को खत्म करने में मदद करता है। यह त्वचा संबंधी रोगों जैसे मुंहासे, दाग-धब्बे और खुजली से राहत दिलाता है। इसके अलावा, नीम लीवर को स्वस्थ रखने और पाचन शक्ति को सुधारने में भी सहायक है। नीम के पत्तों का रस या पाउडर नियमित रूप से लेने से शरीर को शुद्ध किया जा सकता है।

हल्दी

हल्दी (Turmeric) में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) तत्व एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी एजेंट के रूप में काम करता है। यह रक्त को शुद्ध करने के साथ-साथ शरीर से हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है। हल्दी का नियमित सेवन लीवर को मजबूत बनाता है और शरीर को संक्रमण से बचाता है। इसे दूध या गर्म पानी के साथ लेना ज्यादा फायदेमंद होता है।

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त्रिफला

त्रिफला चूर्ण का सेवन

त्रिफला (Triphala) तीन शक्तिशाली जड़ी-बूटियों—आंवला (Amla), हरीतकी (Haritaki) और बिभीतकी (Bibhitaki)—का मिश्रण है, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त करने और शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह आयुर्वेदिक उपचार न केवल रक्त को शुद्ध करता है, बल्कि शरीर के संपूर्ण डिटॉक्सिफिकेशन (Detoxification) के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।

गिलोय

गिलोय (Giloy) को आयुर्वेद में ‘अमृता’ कहा जाता है क्योंकि यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है। यह रक्त को शुद्ध करने के साथ ही शरीर में संचित टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है। गिलोय लीवर (Liver) को डिटॉक्स करने और त्वचा रोगों से बचाने में भी कारगर मानी जाती है। इसके नियमित सेवन से पाचन क्रिया भी बेहतर होती है और शरीर ऊर्जावान बना रहता है।

कालमेघ

Kalmegh

कालमेघ (Kalmegh) एक आयुर्वेदिक औषधि है, जो लीवर को डिटॉक्स करने में मदद करती है। यह रक्त को साफ करने के साथ ही पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाती है। कालमेघ लीवर की सूजन कम करने और पाचन एंजाइम्स को संतुलित करने में मदद करता है, जिससे शरीर में विषैले तत्वों का प्रभाव कम हो जाता है।

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