
मोतियाबिंद (Cataract) एक ऐसी नेत्र समस्या है, जो धीरे-धीरे आंखों की रोशनी को कम कर सकती है। यह आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ विकसित होती है, लेकिन इसके शुरुआती संकेतों को यदि समय रहते पहचान लिया जाए, तो इलाज आसान और प्रभावी हो सकता है। यदि आपकी दृष्टि अचानक धुंधली लगने लगे या पढ़ते समय शब्द साफ न दिखें, तो यह मोतियाबिंद का प्रारंभिक संकेत हो सकता है।
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मोतियाबिंद के ये हो सकते हैं संकेत
मोतियाबिंद का एक अहम लक्षण यह होता है कि व्यक्ति को रात के समय देखने में कठिनाई महसूस होती है। खासकर ड्राइविंग करते समय सामने से आती गाड़ियों की हेडलाइट्स आंखों को चुभने लगती हैं। यह लेंस में हो रही हल्की सी अपारदर्शिता का असर होता है, जो समय के साथ बढ़ता है। अगर यह परेशानी नियमित हो रही है, तो आंखों की जांच जरूरी हो जाती है।
रंगों की पहचान में परेशानी को नजरअंदाज न करें
मोतियाबिंद के कारण आंखों के लेंस की पारदर्शिता घटती जाती है, जिससे रंगों की चमक फीकी लगने लगती है। कई बार लाल और नारंगी जैसे गहरे रंग भी हल्के और मटमैले दिखते हैं। यह बदलाव धीरे-धीरे होता है, इसलिए मरीज अक्सर इसे उम्र का असर मानकर अनदेखा कर देते हैं। यदि रंग पहचान में फर्क नजर आए, तो नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें।
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ग्लेयर या चकाचौंध से बढ़ी परेशानी भी एक संकेत है
मोतियाबिंद की शुरुआत में व्यक्ति को तेज रोशनी में देखने में दिक्कत होती है। सूर्य की रोशनी या बल्ब की तेज रौशनी से आंखें चौंधिया जाती हैं और नजर धुंधली हो जाती है। इसे Glare Sensitivity कहा जाता है। यह खासतौर पर उन लोगों में अधिक होता है जो अधिक समय स्क्रीन या तेज रोशनी में बिताते हैं। यह भी मोतियाबिंद का एक अहम संकेत है।
डबल विजन या एक ही वस्तु दो बार दिखाई देना
अगर एक आंख से देखने पर किसी वस्तु की दो छवियां दिखाई दें, तो यह भी मोतियाबिंद का संकेत हो सकता है। इसे मोनोकुलर डिप्लोपिया (Monocular Diplopia) कहते हैं। यह सामान्य दृष्टि दोषों से अलग होता है और मोतियाबिंद की वजह से आंख के लेंस में हो रही असमान पारदर्शिता के कारण होता है। यह संकेत गंभीर रूप ले सकता है, इसलिए जांच में देर न करें।
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