
फैटी लिवर-Fatty Liver की समस्या आज के दौर में बेहद आम हो गई है, खासकर जब खानपान असंतुलित हो और जीवनशैली बैठी-बैठाई हो। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस गंभीर स्थिति को सिर्फ एक घरेलू नुस्खे से काफी हद तक सुधारा जा सकता है? जी हां, बात हो रही है दालचीनी-Cinnamon की, जो आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर एक ऐसा मसाला है, जिसे आप रोज़मर्रा की जिंदगी में शामिल कर फैटी लिवर जैसी स्थिति में सुधार ला सकते हैं।
फैटी लिवर यानी Non-Alcoholic Fatty Liver Disease (NAFLD) तब होता है जब लिवर की कोशिकाओं में वसा जमा होने लगती है और समय के साथ यह सूजन और लिवर डैमेज का कारण बन सकती है। लेकिन हाल के वैज्ञानिक अध्ययनों और पारंपरिक घरेलू उपायों से यह सिद्ध हुआ है कि दालचीनी का नियमित सेवन लिवर की कार्यक्षमता में उल्लेखनीय सुधार ला सकता है।
यह भी देखें: Healthy Digestion: पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए ये आहार शामिल करें, देखें लिस्ट
दालचीनी कैसे करती है फैटी लिवर में मदद
दालचीनी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेटरी तत्व शरीर में सूजन को कम करने में सहायक होते हैं, जिससे लिवर पर पड़ने वाला दबाव कम हो सकता है। एक शोध में यह पाया गया कि जिन्होंने 12 सप्ताह तक प्रतिदिन 1500 मिलीग्राम दालचीनी का सेवन किया, उनमें लिवर एंजाइम्स जैसे ALT और AST के स्तर में गिरावट देखी गई। साथ ही ब्लड शुगर, ट्राइग्लिसराइड्स और कोलेस्ट्रॉल लेवल भी नियंत्रण में आए।
दालचीनी का सेवन ग्लूकोज़ मेटाबोलिज़्म को बेहतर बनाता है, जिससे इंसुलिन रेजिस्टेंस कम होती है और यह फैटी लिवर के उपचार में उपयोगी सिद्ध हो सकता है। यह न केवल लिवर को डिटॉक्स करता है, बल्कि उसकी नई कोशिकाओं के निर्माण में भी सहायता करता है।
कैसे करें दालचीनी का सेवन ताकि दिखे असर
आप दालचीनी-Cinnamon को अपनी डाइट में कई तरह से शामिल कर सकते हैं। सबसे असरदार तरीका है दालचीनी चाय। आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को एक कप गर्म पानी में मिलाकर खाली पेट पिएं। यह सुबह की शुरुआत को हेल्दी बनाएगा और धीरे-धीरे लिवर को डिटॉक्स करेगा।
दूसरा तरीका है इसे अपने भोजन में शामिल करना। आप इसे स्मूदी, ओट्स, या सब्जी में छिड़ककर भी ले सकते हैं। हल्दी और नींबू के साथ मिलाकर लिया जाए तो यह मिश्रण लिवर के लिए और भी लाभकारी हो जाता है।
यह भी देखें: Back Pain Relief: कमर दर्द से राहत पाने के लिए ये स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें, देखें
कौन सी दालचीनी का सेवन करना है सुरक्षित
दालचीनी दो प्रकार की होती है—Cassia और Ceylon। आमतौर पर बाजार में उपलब्ध Cassia दालचीनी में Coumarin नामक तत्व की मात्रा अधिक होती है, जो अधिक सेवन से लिवर को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए Ceylon दालचीनी का ही सेवन करना बेहतर होता है। इसकी पहचान इसकी हल्की खुशबू और हल्का स्वाद है।
सुरक्षित सेवन की मात्रा भी जरूरी है। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रतिदिन 1/2 से 1 चम्मच (2-4 ग्राम) दालचीनी पर्याप्त होती है। इससे अधिक सेवन करने पर उल्टा प्रभाव भी हो सकता है, खासकर अगर पहले से लिवर संबंधित दवाइयाँ ली जा रही हों।
फैटी लिवर के लिए अन्य घरेलू उपाय
हालांकि दालचीनी एक असरदार उपाय है, लेकिन इसके साथ कुछ और घरेलू उपायों को अपनाकर परिणाम को बेहतर किया जा सकता है। ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स भी लिवर की चर्बी को कम करने में मददगार होते हैं। हल्दी-नींबू का मिश्रण सूजन कम करने में सहायक हो सकता है। वहीं, एलोवेरा जूस भी लिवर को ठंडक और डिटॉक्सिफिकेशन में लाभ पहुंचाता है।
यह भी देखें: Weight Loss with Seeds: वेट लॉस के लिए सीड्स हैं रामबाण! जानिए कौन-से बीज और कैसे करें सही इस्तेमाल