
पित्त की थैली की पथरी यानी Gallbladder Stone एक आम लेकिन बेहद तकलीफदेह समस्या है, जिसका इलाज अधिकतर मामलों में सर्जरी यानी ऑपरेशन के जरिए किया जाता है। लेकिन अब इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए ऑपरेशन की जरूरत नहीं रह गई है, क्योंकि कुछ सुपरफूड्स ऐसे हैं जो पित्त की थैली में जमी पथरी को घोलने और बाहर निकालने की क्षमता रखते हैं। यदि समय रहते इन उपायों को आजमा लिया जाए तो Gallstone से राहत मिल सकती है।
यह भी देखें: यह पौधा मिटा देगा झुर्रियां! माइग्रेन, खुजली और स्किन प्रॉब्लम में भी बेहद असरदार
हल्दी और शहद

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन तत्व एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। जब इसका सेवन शहद के साथ किया जाए तो यह शरीर में मौजूद सूजन को कम करने के साथ-साथ पित्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करता है। यही नहीं, यह मिश्रण पित्त को अधिक घुलनशील बनाकर पथरी को धीरे-धीरे तोड़ने में मदद करता है। सुबह खाली पेट हल्दी और शहद का सेवन विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
मूली का रस
मूली का रस लंबे समय से पित्त और यकृत संबंधी विकारों के लिए घरेलू उपाय के रूप में इस्तेमाल होता आया है। इसमें ऐसे यौगिक होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को घुलनशील बनाकर Gallbladder में मौजूद पथरी को धीरे-धीरे खत्म करने में सहायक होते हैं। यदि पथरी का आकार छोटा है तो दिन में एक या दो चम्मच मूली के रस का सेवन पर्याप्त होता है, जबकि बड़ी पथरी की स्थिति में पांच से छह बड़े चम्मच तक इसका सेवन किया जा सकता है।
नींबू पानी

नींबू में भरपूर मात्रा में विटामिन C होता है जो पित्त की थैली में कोलेस्ट्रॉल के जमाव को रोकने में सहायक होता है। जब नींबू के रस को गुनगुने पानी के साथ सुबह-सुबह लिया जाए तो यह Gallstone को गलाने में मदद करता है। साथ ही यह यकृत को डिटॉक्स करने में भी सहायक है जिससे पित्त की गुणवत्ता बेहतर होती है।
यह भी देखें: मौसम बदलते ही बीमार पड़ जाते हैं? ये 7 गलत आदतें छोड़ दें अभी – इम्युनिटी बढ़ेगी
क्रैनबेरी जूस
क्रैनबेरी जूस में मौजूद प्राकृतिक फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को घटाता है। जब कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है तो Gallbladder में पथरी बनने की संभावना अपने आप कम हो जाती है। प्रतिदिन एक गिलास क्रैनबेरी जूस पीना इस समस्या से लड़ने में बेहद सहायक माना गया है।
चुकंदर का रस

चुकंदर न केवल रक्त को शुद्ध करता है बल्कि इसमें मौजूद फाइबर, फ्लेवोनोइड्स और कैरोटेनॉयड्स पित्त के बहाव को दुरुस्त करते हैं और Gallstone की संभावना को कम करते हैं। रोजाना एक कप ताजा चुकंदर का रस न केवल पित्त की थैली को स्वस्थ रखता है, बल्कि पहले से मौजूद पथरी को भी कम करने की प्रक्रिया में सहायक होता है।
डॉक्टर से कब लें सलाह?
यदि Gallstone का आकार 10 मिलीमीटर से अधिक हो या लक्षणों में तेज दर्द, उल्टी, पीलिया, बुखार आदि शामिल हों तो घरेलू उपायों पर निर्भर रहना उचित नहीं होता। ऐसे में तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लेना जरूरी है क्योंकि बड़ी पथरी को केवल ऑपरेशन से ही हटाया जा सकता है। हर स्थिति में घरेलू उपायों को अपनाने से पहले डॉक्टर से एक बार सलाह अवश्य लें।
यह भी देखें: हल्दी से सफेद बालों का जड़ से होगा इलाज! इस तरह करें इस्तेमाल, मिलेंगे काजल से भी काले बाल