
फिजिकल रिलेशन (Physical Relation) केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य से जुड़ा एक महत्वपूर्ण पहलू भी है। हाल के वर्षों में कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि हेल्दी फिजिकल इंटिमेसी (Healthy Physical Intimacy) न केवल मूड बेहतर बनाती है, बल्कि यह दिल की बीमारी (heart disease), स्ट्रेस, हाई बीपी (High BP), पीरियड पेन और यहां तक कि प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) जैसे गंभीर रोगों के खतरे को भी कम करती है। इस लेख में हम जानेंगे कि वैज्ञानिक तथ्यों और रिसर्च के आधार पर फिजिकल रिलेशन कैसे सेहत से जुड़ी समस्याओं को कम कर सकता है।
हार्ट हेल्थ के लिए वरदान है फिजिकल रिलेशन
एक्टिव फिजिकल इंटिमेसी हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाती है। अमेरिकन जर्नल ऑफ कार्डियोलॉजी (American Journal of Cardiology) में छपी एक रिसर्च के अनुसार, जो पुरुष सप्ताह में कम से कम दो बार फिजिकल रिलेशन बनाते हैं, उनमें दिल की बीमारी और स्ट्रोक (Stroke) का खतरा कम पाया गया है। इसके विपरीत, जो पुरुष केवल महीने में एक बार फिजिकल रिलेशन करते हैं, उनमें हृदय संबंधी समस्याओं की आशंका ज्यादा पाई जाती है। इसका कारण यह है कि शारीरिक संबंध के दौरान शरीर में ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है, जिससे हार्ट पर पॉजिटिव असर पड़ता है।
पीरियड्स पेन से मिलती है राहत
फिजिकल रिलेशन महिलाओं के लिए भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। वूमनाइडर (Womanizer) नाम की एक कंपनी द्वारा किए गए सर्वे के मुताबिक, 31 प्रतिशत महिलाओं ने माना कि फिजिकल रिलेशन से उन्हें पीरियड्स के दौरान दर्द और ऐंठन से राहत मिलती है। इस क्रिया के दौरान शरीर में ऑक्सीटोसिन हार्मोन रिलीज होता है जो मसल्स को रिलैक्स करता है और दर्द को कम करता है।
तनाव और ब्लड प्रेशर दोनों रहते हैं नियंत्रण में
फिजिकल इंटिमेसी स्ट्रेस रिलीफ (Stress Relief) का एक बेहतरीन माध्यम है। इस दौरान एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होता है जो कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे तनाव उत्पन्न करने वाले हार्मोन को कम करता है। रिसर्च यह भी बताती है कि फिजिकल रिलेशन के बाद शरीर में बीपी को नियंत्रित करने वाले हार्मोन सक्रिय हो जाते हैं। खासकर रात के समय फिजिकल एक्टिविटी सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर को घटाती है जिससे व्यक्ति मानसिक रूप से शांति का अनुभव करता है।
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प्रोस्टेट कैंसर के रिस्क को करता है कम
प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) पर की गई एक स्टडी में लगभग 32 हजार पुरुषों को शामिल किया गया। इस स्टडी के मुताबिक जो पुरुष महीने में 21 बार से अधिक बार स्खलन (Ejaculation) करते हैं, उनमें प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 20 प्रतिशत तक कम हो जाता है। वहीं जो पुरुष केवल 4-7 बार प्रति माह स्खलन करते हैं, उनमें यह खतरा तुलनात्मक रूप से अधिक पाया गया। यह शरीर से विषैले पदार्थों के बाहर निकलने और ग्रंथि को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है।
अच्छी और गहरी नींद में करता है मदद
फिजिकल रिलेशन के दौरान शरीर में ऑक्सीटोसिन, प्रोलैक्टिन और एंडोर्फिन जैसे हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। ये हार्मोन नींद को बेहतर करने में सहायक होते हैं। यही कारण है कि फिजिकल इंटिमेसी के बाद व्यक्ति अधिक शांत और रिलैक्स महसूस करता है, जिससे नींद की गुणवत्ता सुधरती है और अनिद्रा जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
त्वचा बनती है हेल्दी और ग्लोइंग
फिजिकल इंटिमेसी के दौरान हार्टबीट तेज होती है और ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। इसका सीधा असर त्वचा पर दिखाई देता है। बेहतर ब्लड फ्लो के कारण चेहरे की ब्लड वेसल्स फैलती हैं और त्वचा का रंग गुलाबी व चमकदार नजर आता है। इसके अलावा, स्ट्रेस में कमी और बेहतर नींद मिलना भी स्किन के लिए फायदेमंद होता है, जिससे चेहरे पर प्राकृतिक ग्लो आता है।