
बदलते मौसम के साथ सर्दी-जुकाम, खांसी और गले की खराश जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। खासकर उन लोगों के लिए जो संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, बार-बार होने वाली ये परेशानियां जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं। मुलेठी (benefits of mulethi powder for cough) एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जो इन सभी समस्याओं के लिए कारगर मानी जाती है।
आयुर्वेद में मुलेठी का उपयोग प्राचीन काल से ही Respiratory Infections, throat irritation और chronic cough जैसी समस्याओं के उपचार में किया जाता रहा है। मैंने खुद जब दादी के बताए इस नुस्खे को अपनाया, तब जाकर इसके चमत्कारी लाभों को महसूस किया। इससे पहले मैंने कई रिसर्च आर्टिकल्स और मेडिकल जर्नल्स पढ़े, जिनमें मुलेठी के औषधीय गुणों की पुष्टि की गई थी।
मुलेठी पाउडर आपको किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर में आसानी से मिल जाएगा। आप चाहें तो मुलेठी की जड़ (डंडल) का भी उपयोग कर सकते हैं।
सर्दी-खांसी में मुलेठी के फायदे (Benefits of Mulethi Powder for Cough)
मुलेठी की सबसे बड़ी विशेषता इसकी Anti-inflammatory, Anti-viral और Anti-bacterial Properties हैं। ये विशेषताएं शरीर में संक्रमण फैलाने वाले वायरस और बैक्टीरिया को मारने में सहायक होती हैं, साथ ही इम्यून सिस्टम को मजबूत करती हैं।
मुलेठी के सेवन से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली बेहतर होती है, जिससे Cold, Cough और Flu जैसी समस्याएं बार-बार नहीं होतीं। इसके अतिरिक्त यह पाचन स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है – गैस, कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
मुलेठी का एक और लाभ यह है कि यह रक्त वाहिकाओं को रिलैक्स कर हृदय रोगों के जोखिम को कम करती है। इसके एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित करते हैं और धमनियों में plaque buildup को रोकते हैं।
मुलेठी का उपयोग कैसे करें (How to Use Mulethi Powder for Cough)
मुलेठी के पानी से गरारे
गले की खराश से राहत के लिए सुबह मुलेठी के पानी से गरारे करें। एक गिलास गुनगुने पानी में एक बड़ा चम्मच मुलेठी पाउडर मिलाएं और इस मिश्रण से 2-3 बार गरारे करें। यदि पाउडर उपलब्ध नहीं है तो डंडल को पानी में उबाल लें।
मुलेठी और दूध का सेवन
एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच मुलेठी पाउडर मिलाएं और रात को सोने से पहले पी लें। चाहें तो स्वाद के लिए थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं। यह उपाय गले की सूजन, खराश और खांसी को तुरंत राहत देता है।
मुलेठी की चाय
मुलेठी की चाय शरीर को अंदर से गर्म रखती है और वायरस से लड़ने में मदद करती है। एक कप पानी में कुचली हुई मुलेठी, तुलसी, अदरक और थोड़ी सी काली मिर्च डालें। इसे 10 मिनट तक उबालें और छानकर दिन में दो बार सेवन करें।
मुलेठी और शहद का पेस्ट
अगर सुखी खांसी से परेशान हैं, तो एक चम्मच मुलेठी पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाएं और धीरे-धीरे चाटें। यह पेस्ट गले की जलन को शांत करता है और सूखी खांसी में अत्यंत लाभकारी होता है।
मुलेठी का डंडल चबाना
यदि पाउडर या अन्य विकल्प न हों, तो मुलेठी की डंडल चबाना भी बेहद फायदेमंद होता है। इसका रस गले को आराम देता है और throat infections से राहत दिलाता है।