
बार-बार होने वाला यूरिन इन्फेक्शन-Urinary Tract Infection (UTI) महिलाओं के लिए एक सामान्य लेकिन परेशान करने वाली समस्या बन चुकी है। शरीर की बनावट और जीवनशैली के कारण महिलाएं इस संक्रमण की चपेट में जल्दी आती हैं। कई बार दवाइयों से आराम मिल जाता है, लेकिन बार-बार एंटीबायोटिक्स का सेवन करना शरीर पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में घरेलू उपाय न सिर्फ सुरक्षित विकल्प हैं, बल्कि लंबे समय तक राहत देने वाले भी होते हैं। इन उपायों को अपनाकर आप बार-बार होने वाली इस तकलीफ से राहत पा सकती हैं।
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यूटीआई की वजहें जो अक्सर नजरअंदाज हो जाती हैं
महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट छोटा होता है, जिससे बैक्टीरिया जल्दी मूत्राशय तक पहुंच जाते हैं। कई बार बार-बार पेशाब रोकना, साफ-सफाई में लापरवाही, गंदे टॉयलेट का उपयोग, या सेक्सुअल एक्टिविटी के बाद साफ-सफाई ना रखना यूटीआई का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, कमजोर इम्यूनिटी, मधुमेह या गर्भावस्था जैसी स्थितियां भी इस संक्रमण को बार-बार उभरने देती हैं। यदि इन कारणों को समय रहते समझा और सुधारा जाए, तो संक्रमण से आसानी से बचा जा सकता है।
जब घरेलू उपाय बन जाएं सबसे असरदार इलाज
यूटीआई से राहत पाने के लिए कई घरेलू नुस्खे लंबे समय से अपनाए जाते रहे हैं। जैसे कि धनिया पानी, जो शरीर को डिटॉक्स करता है और संक्रमण को बाहर निकालने में मदद करता है। नारियल पानी शरीर को ठंडक देता है और यूरिन को साफ करता है। क्रैनबेरी जूस वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है कि यह बैक्टीरिया को मूत्र मार्ग की दीवारों से चिपकने नहीं देता। इसके अलावा सेब का सिरका, आंवला और बेकिंग सोडा जैसे विकल्प शरीर के pH स्तर को संतुलित करने में मदद करते हैं, जिससे बैक्टीरिया पनप नहीं पाते।
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क्यों जरूरी है सफाई और सही आदतें
घरेलू नुस्खों के साथ-साथ जीवनशैली में थोड़ा बदलाव लाकर भी यूटीआई की पुनरावृत्ति से बचा जा सकता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना सबसे पहला और आसान उपाय है, जिससे मूत्र मार्ग साफ रहता है और बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। पेशाब को कभी न रोकें, क्योंकि यह बैक्टीरिया को बढ़ने का मौका देता है। टॉयलेट यूज़ के बाद हमेशा आगे से पीछे की ओर सफाई करें ताकि संक्रमण का खतरा कम हो। तंग कपड़ों से बचें और सूती अंडरगारमेंट्स पहनें ताकि क्षेत्र सूखा रहे और बैक्टीरिया की संभावना घटे।
कब लें डॉक्टर की मदद
अगर लक्षण शुरुआती हैं और बार-बार नहीं हो रहे, तो घरेलू उपाय काफी हद तक असरदार हो सकते हैं। लेकिन यदि आपको बुखार, बदबूदार पेशाब, पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द, या बार-बार संक्रमण हो रहा हो, तो देरी न करें और डॉक्टर से संपर्क करें। कई बार यूटीआई किडनी तक भी पहुंच सकता है, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है। घरेलू उपाय तभी कारगर हैं जब उन्हें सही समय और नियमितता से अपनाया जाए।
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