
दस्त (Loose Motion) एक आम समस्या है, जिससे कोई भी प्रभावित हो सकता है। यह समस्या तब गंभीर हो जाती है जब दस्त अधिक पतले हो जाते हैं और शरीर से पानी व पोषक तत्व तेजी से बाहर निकल जाते हैं। दस्त के कारण व्यक्ति को अत्यधिक प्यास, मुंह में सूखापन, कमजोरी, थकान, पेट दर्द, ऐंठन, उल्टी, मतली, वजन कम होना और बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं। दस्त दूषित जल, खराब खान-पान, मौसम में बदलाव, फूड पॉइजनिंग, तनाव और संक्रमण जैसे कारणों से हो सकते हैं।
दस्त का आयुर्वेदिक उपचार
दही और केला

दस्त से राहत पाने के लिए दही और केले का सेवन करें। यह पाचन को सुधारता है और शरीर में आवश्यक पोषक तत्व बनाए रखता है।
छाछ
दस्त के इलाज के लिए छाछ एक बेहतरीन उपाय है। इसमें मौजूद एसिड हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ता है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है। साथ ही, यह सोडियम और पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स का अच्छा स्रोत है।
सेब, घी, इलायची और जायफल

एक बर्तन में घी गर्म करें, उसमें कटा हुआ सेब और एक चुटकी इलायची व जायफल डालकर मिश्रण को पकाएं। इसका सेवन करने से दस्त से राहत मिलती है।
यह भी देखें: गैस और एसिडिटी का रामबाण इलाज! 10 साल पुरानी कब्ज भी होगी दूर, जानिए आयुर्वेदिक नुस्खा
जायफल, केला, घी और इलायची
घी में केला, इलायची और जायफल मिलाकर खाने से पतले मल को रोकने में मदद मिलती है। इस मिश्रण में पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है जो शरीर के लिए लाभदायक है।
कच्चा केला

यह दस्त को रोकने में मदद करता है और आंतों को शांत रखता है। इसे दही और काले नमक के साथ खाकर बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
खसखस
एक चुटकी खसखस को धीरे-धीरे चबाकर खाने से दस्त की समस्या से राहत मिलती है।
इलायची, काली चाय और नींबू का रस

गर्म काली चाय में नींबू का रस और इलायची मिलाकर पीने से दस्त को रोका जा सकता है।
अनार
अनार के मीठे दाने दस्त रोकने में मदद करते हैं। अनार में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो डायरिया के इलाज में प्रभावी हैं। अनार का रस भी लाभकारी होता है।
यह भी देखें: बदबूदार सांसों से मिलेगा छुटकारा! आजमाएं ये 10 घरेलू नुस्खे, डॉक्टर ने भी माना सबसे आसान तरीका
सौंफ और अदरक पाउडर

सौंफ और अदरक पाउडर का मिश्रण दस्त और पेट की समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। इसे दिन में दो से तीन बार लेने से जल्दी आराम मिलता है।