
स्वस्थ, खुश और एक्टिव रहने के लिए केवल व्यायाम और पौष्टिक आहार ही नहीं, बल्कि समय-समय पर कराए गए ब्लड टेस्ट भी उतने ही आवश्यक हैं। शरीर के अंदर चल रही गतिविधियों को हम ऊपर से देखकर नहीं जान सकते, लेकिन ब्लड टेस्ट वो आईना है जो हमें शरीर के भीतर की स्थिति स्पष्ट रूप से दिखाता है। ब्लड रिपोर्ट न सिर्फ वर्तमान स्वास्थ्य की झलक देती है, बल्कि भविष्य में आने वाली बीमारियों की पूर्व चेतावनी भी बन सकती है।
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ब्लड टेस्ट से मिलता है समय पर इलाज का मौका
कई बार शरीर में बीमारियां बिना किसी लक्षण के पनपने लगती हैं। ऐसे में यदि समय रहते उनका पता न चले तो स्थिति गंभीर हो सकती है। लेकिन यदि आप नियमित रूप से ब्लड टेस्ट कराते हैं तो शरीर में हो रहे बदलावों को पहले ही जान पाना संभव होता है। इससे बीमारी की जड़ तक समय रहते पहुंचकर सही इलाज की शुरुआत की जा सकती है। यही वजह है कि विशेषज्ञ साल में कम से कम एक बार जरूरी ब्लड टेस्ट कराने की सलाह देते हैं।
Complete Blood Count (CBC)
CBC यानी पूर्ण रक्त गणना एक बेसिक लेकिन बेहद जरूरी ब्लड टेस्ट है। इससे यह जानकारी मिलती है कि शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं (RBC), श्वेत रक्त कोशिकाएं (WBC) और प्लेटलेट्स की संख्या संतुलित है या नहीं। यह टेस्ट एनीमिया, इन्फेक्शन और सूजन जैसी समस्याओं की पहचान करने में सहायक होता है।
Lipid Profile से समझें हार्ट हेल्थ का हाल
Lipid Profile एक ऐसा ब्लड टेस्ट है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल की स्थिति को दर्शाता है। इसमें कुल कोलेस्ट्रॉल, HDL (अच्छा कोलेस्ट्रॉल), LDL (खराब कोलेस्ट्रॉल) और ट्राइग्लिसराइड्स की जांच की जाती है। अगर आप दिल की सेहत को लेकर जागरूक हैं तो यह टेस्ट आपके लिए अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि समय रहते कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करके हृदय रोगों से बचा जा सकता है।
Thyroid Function Test से हार्मोन का संतुलन जांचें
थायरॉइड फंक्शन टेस्ट में T3, T4 और TSH हार्मोन की जांच की जाती है। थायरॉइड ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है और जब इसमें असंतुलन आता है तो वजन, मूड, ऊर्जा स्तर और त्वचा से जुड़ी समस्याएं उभर सकती हैं। नियमित थायरॉइड टेस्ट से आप हाइपोथायरॉइडिज्म या हाइपरथायरॉइडिज्म जैसी स्थितियों को समय रहते पहचान सकते हैं।
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Liver Function Test से यकृत की सेहत की पुष्टि करें
LFT यानी लिवर फंक्शन टेस्ट, यकृत की कार्यक्षमता की जांच करता है। इससे यह जाना जाता है कि लिवर एंजाइम्स का स्तर सामान्य है या नहीं। फैटी लिवर, हेपेटाइटिस या लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर स्थितियों की समय से पहचान कर यह टेस्ट आपको गंभीर परेशानी से बचा सकता है।
Kidney Function Test से जानिए किडनी कितनी स्वस्थ है
KFT टेस्ट में क्रिएटिनिन, यूरिया और यूरिक एसिड के स्तर को मापा जाता है। यह टेस्ट यह सुनिश्चित करता है कि आपकी किडनी सही से कार्य कर रही है या नहीं। जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज है, उनके लिए यह टेस्ट और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि किडनी सबसे पहले इन्हीं बीमारियों से प्रभावित होती है।
Blood Sugar Test से रखें मधुमेह पर नजर
ब्लड शुगर लेवल की जांच आज की जीवनशैली में हर किसी के लिए जरूरी हो गई है। उपवास और भोजन के बाद ब्लड शुगर की मात्रा नापकर यह टेस्ट डायबिटीज की पहचान करता है। शुरुआती लक्षणों को पकड़ने और डायबिटिक होने से बचने के लिए यह टेस्ट नियमित रूप से कराना चाहिए।
Vitamin D और B12 की जांच से बनाएं ऊर्जा
विटामिन D और B12 की कमी आज शहरी जीवनशैली में आम होती जा रही है, जिसके कारण हड्डियों में दर्द, थकावट, मानसिक थकान और स्मृति कमजोर पड़ने जैसी समस्याएं होती हैं। इनकी नियमित जांच से आप जान सकते हैं कि सप्लीमेंट की जरूरत है या नहीं।
Electrolyte Panel से जांचें शरीर में मिनरल्स का संतुलन
सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम और क्लोराइड जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर में कई जरूरी काम करते हैं। इनका संतुलन बना रहना जरूरी है ताकि हार्टबीट से लेकर मसल फंक्शन तक सब कुछ सही चले। यह टेस्ट विशेष रूप से तब जरूरी होता है जब आपको लगातार थकान, कमजोरी या डिहाइड्रेशन की समस्या रहती हो।
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CRP Test से पाएं शरीर में छिपी सूजन की जानकारी
C-Reactive Protein टेस्ट शरीर में चल रही सूजन का संकेत देता है। यह सूजन कई बार हृदय रोग, ऑटोइम्यून डिसऑर्डर या किसी संक्रमण का लक्षण हो सकती है। इसलिए अगर आपके शरीर में लगातार हल्का बुखार या थकान बनी रहती है, तो यह टेस्ट आपकी मदद कर सकता है।