आजकल पथरी (Kidney Stone) एक आम समस्या बन गई है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें किडनी में छोटे-छोटे कठोर पदार्थ जमा हो जाते हैं, जो समय के साथ बढ़ने लगते हैं और दर्द का कारण बन सकते हैं। कई बार पथरी धीरे-धीरे बढ़ती रहती है और मरीज को इसके बारे में पता भी नहीं चलता। पथरी के लक्षणों के बारे में जागरूकता रखना जरूरी है, ताकि समय रहते इसका उपचार किया जा सके। इस लेख में हम पथरी के लक्षणों, कारणों और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी देने जा रहे हैं, जिससे आप अपनी सेहत का बेहतर ख्याल रख सकें।
तेज दर्द: पथरी का मुख्य संकेत
पथरी का सबसे प्रमुख लक्षण किडनी या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होता है। यह दर्द अचानक और तीव्र हो सकता है, जो कभी-कभी पैरों के नीचे के हिस्से या पीठ में भी महसूस होता है। अगर यह दर्द लगातार या रुक-रुककर बढ़ रहा है, तो यह किडनी में पथरी के होने का संकेत हो सकता है। पथरी बढ़ने पर यह दर्द और भी तेज हो सकता है, और यह किसी भी समय उत्पन्न हो सकता है। अगर आपको बार-बार ऐसा दर्द महसूस हो, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और पथरी के बारे में जांच करवानी चाहिए।
रुक-रुककर पेशाब आना और खून आना
किडनी में पथरी होने पर पेशाब की प्रकृति भी प्रभावित होती है। मरीज को रुक-रुककर बार-बार पेशाब आने की समस्या हो सकती है। कई बार, पथरी के चलते पेशाब में खून भी आ सकता है। पेशाब में खून आना या पेशाब में असामान्यता आना इस बात का संकेत है कि पथरी ने मूत्रमार्ग को प्रभावित किया है। ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि समय रहते इलाज न कराने से समस्या बढ़ सकती है।
पेशाब का रंग बदलना
किडनी में पथरी होने पर पेशाब का रंग भी बदल सकता है। यह रंग पीला, लाल, या गहरे भूरे रंग का हो सकता है, जो पथरी के कारण मूत्रमार्ग में खून के छोटे-छोटे कणों के जमा होने का परिणाम होता है। यदि आप किसी दिन पेशाब के रंग में असामान्यता महसूस करें, तो यह पथरी का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में आपको अपनी सेहत की जांच करवानी चाहिए, ताकि इसके कारण का पता लगाया जा सके और उचित उपचार शुरू किया जा सके।
उल्टी और दस्त की समस्या
किडनी में पथरी का असर पेट पर भी पड़ता है। इससे उल्टी और दस्त की समस्या हो सकती है। जब पथरी मूत्रमार्ग से गुजरने की कोशिश करती है, तो यह पेट के आंतरिक हिस्सों को उत्तेजित कर सकती है, जिससे उल्टी या दस्त की शिकायत हो सकती है। अगर आपको कुछ गलत खाने-पीने की वजह से उल्टी या दस्त हो रहे हैं, तो यह सामान्य स्थिति हो सकती है, लेकिन अगर यह लगातार बनी रहती है और पथरी के अन्य लक्षणों के साथ हो, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बुखार आना और कंपकपी
अगर मूत्र मार्ग में संक्रमण हो, तो बुखार आना और कंपकपी महसूस होना आम लक्षण हैं। पथरी के कारण मूत्रमार्ग में संक्रमण हो सकता है, जो शरीर में बुखार की स्थिति उत्पन्न कर सकता है। साथ ही शरीर से पसीना बहना भी इसके संकेत हो सकते हैं। बुखार के साथ कंपकपी और अत्यधिक पसीना आना इस बात का संकेत हो सकता है कि पथरी के कारण संक्रमण बढ़ रहा है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
पथरी से बचाव और उपचार
पथरी के उपचार में आमतौर पर पानी का सेवन बढ़ाना, सही आहार का सेवन, और डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाइयों का सेवन शामिल होता है। कई बार पथरी को छोटी-सी सर्जरी के माध्यम से हटाया भी जा सकता है। इसके अलावा, कुछ घरेलू उपाय भी किए जा सकते हैं, जैसे- गुड़ और मूली का सेवन, जो पथरी को नष्ट करने में मदद कर सकते हैं। अगर पथरी बहुत बड़ी हो जाती है और मूत्र मार्ग में फंस जाती है, तो सर्जरी या लिथोट्रिप्सी जैसी तकनीकों से इसे बाहर निकाला जा सकता है।
अगर आपको ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई भी लगातार महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और उचित उपचार शुरू करें। पथरी की समस्या को हल्का न समझें, क्योंकि इसका समय पर इलाज न करने से अन्य जटिलताएं हो सकती हैं।