
अचानक सीने में दर्द (Chest Pain) होना एक चिंताजनक स्थिति हो सकती है। कई लोग इसे तुरंत हार्ट अटैक (Heart Attack) से जोड़ते हैं, लेकिन यह हमेशा दिल की बीमारी का संकेत नहीं होता। कई अन्य कारण भी हो सकते हैं, जो सीने में दर्द का कारण बन सकते हैं। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि सीने में दर्द क्यों होता है, किन स्थितियों में यह गंभीर हो सकता है और कब डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
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सीने में दर्द के संभावित कारण
सीने में दर्द कई कारणों से हो सकता है, जिनमें से कुछ सामान्य हैं और कुछ गंभीर हो सकते हैं। हार्ट अटैक एक आम वजह है, लेकिन गैस्ट्रिक प्रॉब्लम्स, मांसपेशियों में खिंचाव, एंग्जाइटी (Anxiety), एसिडिटी (Acidity) और लंग इन्फेक्शन (Lung Infection) भी इसका कारण बन सकते हैं। यदि दर्द बहुत तेज़ है, लंबे समय तक बना रहता है और सांस लेने में दिक्कत हो रही है, तो यह एक मेडिकल इमरजेंसी हो सकती है।
हार्ट से जुड़ी समस्याएं और सीने में दर्द
अगर दर्द भारीपन या दबाव जैसा महसूस हो और बाएं हाथ, जबड़े या पीठ तक फैल रहा हो, तो यह हार्ट अटैक (Heart Attack) का संकेत हो सकता है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज (Coronary Artery Disease), एंजाइना (Angina) और दिल की मांसपेशियों में सूजन भी इसके संभावित कारण हो सकते हैं। यदि दर्द के साथ पसीना, चक्कर, सांस लेने में परेशानी या मतली हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
गैस्ट्रिक और पाचन से जुड़ी समस्याएं
एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux), गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) और गैस्ट्रिक अल्सर (Gastric Ulcer) भी सीने में जलन और दर्द का कारण बन सकते हैं। कई बार गैस का प्रेशर भी सीने में दर्द जैसा महसूस हो सकता है। यह दर्द आमतौर पर खाने के बाद बढ़ता है और कुछ समय में कम हो जाता है। अगर आपको बार-बार ऐसा दर्द हो रहा है, तो अपने खान-पान में बदलाव करें और डॉक्टर से सलाह लें।
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मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी समस्याएं
अगर दर्द किसी खास मूवमेंट से बढ़ता है या छूने पर ज्यादा महसूस होता है, तो यह मांसपेशियों में खिंचाव या कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस (Costochondritis) का संकेत हो सकता है। यह कोई गंभीर स्थिति नहीं होती और आराम करने से ठीक हो सकती है। हालांकि, अगर दर्द लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं
अगर सांस लेने के साथ दर्द बढ़ रहा है, तो यह निमोनिया (Pneumonia), पल्मोनरी एम्बोलिज्म (Pulmonary Embolism), अस्थमा (Asthma) या प्लूरिसी (Pleurisy) जैसी बीमारियों का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में सांस फूलना, तेज़ बुखार और कमजोरी भी महसूस हो सकती है। ऐसे लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत मेडिकल सहायता लें।
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