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गैस, एसिडिटी और कब्ज से छुटकारा चाहिए? जानिए आयुर्वेद डॉक्टर का ऐसा नुस्खा जो पत्थर भी हजम कर दे!

अगर आप भी गैस, कब्ज, बदहजमी और पेट भारीपन से परेशान हैं तो ये आसान घरेलू उपाय आपकी जिंदगी बदल सकता है। जानिए कैसे जीरा, सौंफ और अजवाइन का चमत्कारी नुस्खा बिना दवा के पेट की हर समस्या को जड़ से खत्म करता है

By Divya Pawanr
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गैस, एसिडिटी और कब्ज से छुटकारा चाहिए? जानिए आयुर्वेद डॉक्टर का ऐसा नुस्खा जो पत्थर भी हजम कर दे!
गैस, एसिडिटी और कब्ज से छुटकारा चाहिए? जानिए आयुर्वेद डॉक्टर का ऐसा नुस्खा जो पत्थर भी हजम कर दे!

गैस, एसिडिटी (Acidity), बदहजमी, कब्ज, डकार आना, गंदी गैस पास होना, पेट में भारीपन, मरोड़े लगना और अपच जैसी समस्याएं आज के समय में आम हो गई हैं। ये सभी लक्षण पाचन तंत्र (Digestive System) की गड़बड़ी को दर्शाते हैं। लंबे समय तक इन समस्याओं का दवा से इलाज करना न केवल शरीर को दुष्प्रभावित करता है बल्कि कई बार ये समस्याएं जड़ से खत्म भी नहीं होतीं। ऐसे में आयुर्वेद (Ayurveda) में इन विकारों के लिए एक सरल और असरदार उपाय बताया गया है—जीरा, सौंफ और अजवाइन का नुस्खा।

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यदि आप गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं से बार-बार परेशान रहते हैं, तो बार-बार दवा लेने की जगह अब घरेलू उपाय अपनाने का समय आ गया है। जीरा, सौंफ और अजवाइन का नुस्खा एक प्रभावी, सुरक्षित और सस्ता समाधान है, जो आपके पाचन तंत्र को मजबूत बनाकर दीर्घकालिक राहत प्रदान कर सकता है।

12 साल पुरानी गैस की समस्या, घरेलू उपाय से हुआ समाधान

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर रोबिन शर्मा ने हाल ही में इंस्टाग्राम पर एक मरीज का अनुभव साझा किया, जो 12 वर्षों से गैस की गंभीर समस्या से पीड़ित था। कई मेडिकल इलाज के बावजूद उसे कोई स्थायी राहत नहीं मिली। अंततः डॉक्टर शर्मा द्वारा सुझाया गया जीरा, सौंफ और अजवाइन का नुस्खा अपनाने के बाद उसकी समस्या पूरी तरह ठीक हो गई। यह अनुभव इस बात को दर्शाता है कि आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों में कितनी ताकत होती है।

पेट की बीमारियों का मूल कारण: कमजोर पाचन तंत्र

जब पाचन क्रिया ठीक ढंग से कार्य नहीं करती, तो शरीर में गैस बनना, पेट भारी लगना या एसिडिटी होना आम बात हो जाती है। कई बार ये समस्याएं खानपान की गड़बड़ी, तनाव, जीवनशैली की असंतुलन या बार-बार बाहर का तला-भुना खाना खाने की वजह से होती हैं।

पेट की इन समस्याओं को अनदेखा करना आगे चलकर गंभीर बीमारियों का रूप ले सकता है, जैसे कि गैस्ट्रिक अल्सर, इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS), या क्रॉनिक एसिडिटी।

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जीरा, सौंफ और अजवाइन: तीन मसाले, एक समाधान

इन तीनों मसालों का मेल पाचन तंत्र को मजबूत करने, पेट की गैस निकालने और एसिड को नियंत्रित करने में बेहद प्रभावी माना जाता है।

जीरा (Cumin): यह एक प्राकृतिक डाइजेस्टिव है, जो पेट में एंजाइम की सक्रियता बढ़ाता है और भोजन को जल्दी पचाने में मदद करता है।

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सौंफ (Fennel Seeds): सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं। यह गैस बनने से रोकती है और पेट को ठंडक पहुंचाती है।

अजवाइन (Carom Seeds): यह पेट में गैस बनने के कारणों को खत्म करती है और पाचन में सुधार लाती है। अजवाइन में थायमोल नामक तत्व होता है, जो पाचन एंजाइम को सक्रिय करता है।

कैसे करें इस घरेलू उपाय का इस्तेमाल

डॉ. शर्मा के अनुसार, जीरा, सौंफ और अजवाइन को बराबर मात्रा में (जैसे 100-100 ग्राम) लेकर हल्की आंच पर भून लें। फिर इसे पीसकर एक एयरटाइट डिब्बे में रख लें। रोजाना भोजन के बाद आधा चम्मच गुनगुने पानी के साथ इस मिश्रण का सेवन करें। इससे पेट हल्का महसूस होगा और धीरे-धीरे पुरानी गैस और अपच की समस्याएं भी खत्म होंगी।

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दवा नहीं, घरेलू उपाय है सटीक समाधान

अक्सर लोग छोटी-छोटी पेट की दिक्कतों के लिए दवाओं का सहारा लेते हैं, जो लंबे समय तक सेवन करने पर शरीर में निर्भरता और साइड इफेक्ट्स पैदा कर सकती हैं। जबकि घरेलू और आयुर्वेदिक उपाय न केवल सुरक्षित हैं, बल्कि शरीर को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखने में मदद भी करते हैं।

जीवनशैली में बदलाव भी जरूरी

सिर्फ घरेलू उपाय ही नहीं, बल्कि पाचन को बेहतर बनाने के लिए कुछ आदतों को बदलना भी जरूरी है। समय पर भोजन करना, ओवरईटिंग से बचना, तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड कम करना, रात में जल्दी सोना और सुबह उठकर पानी पीना जैसी आदतें पेट की सेहत सुधारने में मदद करती हैं।

विशेषज्ञों की राय

आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का मानना है कि शरीर की लगभग 80% बीमारियां पेट से ही शुरू होती हैं। यदि पाचन प्रणाली मजबूत हो, तो शरीर रोगों से खुद ही लड़ सकता है। ऐसे में आयुर्वेदिक उपायों को अपनाना न केवल गैस और एसिडिटी बल्कि दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।

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