
शरीर में सूजन और जलन एक आम स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन इसके पीछे कई गंभीर कारण छिपे हो सकते हैं। चाहे ये लक्षण शरीर के किसी खास हिस्से में दिखें या पूरे शरीर में महसूस हों, यह संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में कोई अंदरूनी असंतुलन या बीमारी पनप रही है। खास बात यह है कि इन परेशानियों का इलाज बिना किसी दवा के भी संभव है, अगर आप सही समय पर सही घरेलू उपाय अपनाएं।
यह भी देखें: स्वाद में लाजवाब पर सेहत के लिए खतरा! इन 7 लोगों को भूलकर भी नहीं पीना चाहिए मैंगो शेक
पाचन तंत्र की गड़बड़ियां

सूजन का एक प्रमुख कारण पाचन तंत्र की समस्याएं हैं। कब्ज, गैस, और अपच की स्थिति में पेट में भारीपन और जलन महसूस होती है। यह अक्सर खराब जीवनशैली और अनुचित खानपान के कारण होता है। जैसे ही पाचन सही ढंग से काम नहीं करता, शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं, जो सूजन को जन्म देते हैं।
हार्मोनल असंतुलन और जलन की भूमिका
महिलाओं में पीरियड्स से पहले या मेनोपॉज़ के समय हार्मोनल बदलाव सूजन का बड़ा कारण बन सकते हैं। थायरॉयड हार्मोन की कमी या अधिकता भी शरीर में सूजन, सुस्ती और वजन बढ़ने जैसे लक्षणों का कारण बन सकती है। पुरुषों में भी टेस्टोस्टेरोन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन के असंतुलन का असर शरीर की सूजन पर पड़ता है।
लीवर और किडनी की कार्यक्षमता में कमी

लीवर और किडनी शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालने का कार्य करते हैं। जब इन अंगों में किसी तरह की गड़बड़ी आती है, तो शरीर में फ्लूइड रिटेंशन (तरल रुकाव) होता है, जिससे सूजन पैदा होती है। विशेषकर पैरों और चेहरे पर इसका प्रभाव जल्दी दिखाई देता है।
यह भी देखें: हर वक्त थकान और सुस्ती रहती है? तुरंत बंद करें ये 4 चीजें खाना, असर दिखेगा पहले दिन से
संक्रमण, चोट और सूजन की प्रतिक्रिया
जब शरीर को कोई चोट या संक्रमण होता है, तो इम्यून सिस्टम उस क्षेत्र में सफेद रक्त कोशिकाओं को भेजता है, जिससे वह हिस्सा फूल जाता है। यह एक प्राकृतिक रक्षा प्रक्रिया है, लेकिन अगर यह सूजन लंबे समय तक बनी रहे, तो यह किसी गंभीर संक्रमण या रोग का संकेत हो सकता है।
घरेलू उपाय जो सूजन में राहत दें

हल्दी वाला दूध, जो अपने Anti-inflammatory गुणों के लिए जाना जाता है, रात को पीने से सूजन में राहत मिलती है। तुलसी की चाय न केवल शरीर को Detox करती है, बल्कि आंतरिक सूजन को भी कम करती है। गर्म पानी से सिकाई और नमक मिलाकर सेंक करना सूजन को जल्दी ठीक करने में मदद करता है। जायफल का लेप और लहसुन का सेवन भी सूजन कम करने वाले पारंपरिक उपायों में गिने जाते हैं।
योग और हल्का व्यायाम से सुधार
शरीर में रक्त संचार बेहतर करने के लिए नियमित योग और हल्का व्यायाम बेहद जरूरी है। खासकर अगर सूजन लंबे समय से बनी हुई है, तो आसन जैसे वज्रासन, ताड़ासन और प्राणायाम शरीर की सूजन और मानसिक तनाव दोनों को कम करने में असरदार साबित होते हैं।
यह भी देखें: लाखों महिलाएं हो रही हैं वजाइना की 3 गंभीर बीमारियों का शिकार! इनसे बचने के ये हैं आसान उपाय