आचार्य बालकृष्ण का आयुर्वेद और घरेलू उपचारों में योगदान किसी से छिपा नहीं है। उनके सुझाए हुए नुस्खे न सिर्फ सरल और प्राकृतिक हैं, बल्कि यह रोजमर्रा की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए बेहद प्रभावी भी माने जाते हैं। चाहे कफ और सर्दी हो, हाई ब्लड प्रेशर (High BP) की समस्या हो, दस्त से परेशान हों, घुटनों में दर्द हो या फिर पैर में मोच आई हो, आचार्य बालकृष्ण के ये नुस्खे इन सभी समस्याओं के लिए रामबाण माने जाते हैं। इनका आधार आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और पारंपरिक घरेलू उपचार हैं, जो शरीर को बिना किसी दुष्प्रभाव के आराम पहुंचाते हैं।
कफ और सर्दी से तुरंत राहत देने वाले नुस्खे
ठंड के मौसम में कफ और सर्दी आम समस्या होती है, लेकिन आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, कुछ आसान घरेलू उपाय अपनाकर इससे राहत पाई जा सकती है। अदरक, तुलसी और शहद का मिश्रण कफ निकालने में सहायक होता है। एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच हल्दी और एक चुटकी काली मिर्च मिलाकर पीने से सर्दी जल्दी ठीक हो जाती है। इसके अलावा, भाप लेना और लौंग-शहद का सेवन भी फेफड़ों को साफ करने में मदद करता है।
हाई ब्लड प्रेशर (High BP) के लिए आयुर्वेदिक उपाय
हाई ब्लड प्रेशर (High BP) के मरीजों के लिए आचार्य बालकृष्ण नीम, अर्जुन की छाल और लहसुन को बहुत उपयोगी मानते हैं। सुबह खाली पेट पांच तुलसी के पत्ते चबाने से भी ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। इसके अलावा, मेथी के बीज का पानी पीने से भी रक्तचाप नियंत्रित रहता है। नमक का सेवन सीमित करना और नियमित रूप से योग-प्राणायाम करना भी हाई BP के प्रभाव को कम करता है।
दस्त को रोकने के प्रभावी घरेलू उपाय
अगर पेट खराब हो और बार-बार दस्त हो रहे हों, तो बेल का शरबत या मूसा (Banana) और दही का सेवन तुरंत आराम देता है। आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, एक गिलास पानी में एक चुटकी जायफल पाउडर मिलाकर पीने से भी दस्त बंद हो जाते हैं। इसके अलावा, सौंफ और मिश्री का पानी पीना आंतों को मजबूत बनाता है और डिहाइड्रेशन से बचाव करता है।
घुटनों के दर्द का प्राकृतिक इलाज
घुटनों में दर्द आमतौर पर बढ़ती उम्र के साथ होता है, लेकिन यह किसी भी उम्र में हो सकता है। आचार्य बालकृष्ण घुटनों की मजबूती के लिए मेथी दाना, हल्दी और अश्वगंधा को रामबाण मानते हैं। मेथी दाने का पाउडर शहद के साथ लेने से जोड़ों का दर्द कम होता है। इसके अलावा, सरसों के तेल में लहसुन डालकर गर्म करके उससे मालिश करने से भी सूजन और दर्द में आराम मिलता है।
पैर में मोच का तुरंत इलाज
मोच आने पर सबसे पहले प्रभावित हिस्से पर ठंडी सिकाई करें और उसके बाद हल्दी और नमक का लेप लगाएं। आचार्य बालकृष्ण बताते हैं कि एलोवेरा जेल और हल्दी को मिलाकर लगाने से सूजन जल्दी कम होती है और मांसपेशियों की चोट तेजी से ठीक होती है। इसके अलावा, हींग और अरंडी के तेल का मिश्रण भी मोच में लाभकारी होता है।