सेहत खजाना

नीम से बवासीर का इलाज – जानें कैसे पाएँ पूरी राहत और क्या हैं सावधानियाँ!

नीम से बवासीर का इलाज सदियों पुरानी आयुर्वेदिक पद्धति है, लेकिन क्या यह सच में असर करता है? जानिए नीम के तेल, पत्तियों और काढ़े से बवासीर ठीक करने का प्राकृतिक और असरदार तरीका!

By Divya Pawanr
Published on

बवासीर (Piles) एक आम लेकिन तकलीफदेह समस्या है, जिससे लाखों लोग जूझते हैं। इसमें गुदा के अंदर या बाहर सूजन, जलन और रक्तस्राव की समस्या हो सकती है। प्राकृतिक उपचारों में नीम (Neem) को बेहद प्रभावी माना जाता है, जो इसके दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। आयुर्वेद में नीम को एक शक्तिशाली एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी माना गया है, जो संक्रमण रोकने और घाव भरने में मदद करता है। लेकिन क्या यह हर प्रकार की बवासीर (Hemorrhoids) के लिए कारगर है? इसके इस्तेमाल के सही तरीके और सावधानियों को जानना बेहद ज़रूरी है।

यह भी देखें: बवासीर के मस्से जल्दी सुखाने के घरेलू उपाय – जानें आसान और असरदार तरीके!

नीम कैसे करता है बवासीर में असर?

नीम अपने एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुणों के कारण बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। इसके पत्तों और तेल का इस्तेमाल प्राचीन समय से ही घाव भरने और सूजन कम करने के लिए किया जाता रहा है। नीम का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है, जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है और बवासीर की तकलीफ कम हो सकती है। नीम के तेल और पत्तों का उपयोग बाहरी और आंतरिक बवासीर दोनों में लाभदायक हो सकता है, लेकिन इसे सही तरीके से इस्तेमाल करना जरूरी है।

नीम से बवासीर का इलाज कैसे करें?

1. नीम की पत्तियों का सेवन:

नीम की कुछ पत्तियों को रोज़ सुबह खाली पेट चबाने से शरीर में डिटॉक्सिफिकेशन होता है और पाचन तंत्र बेहतर काम करता है। इससे कब्ज की समस्या दूर होती है, जो बवासीर का मुख्य कारण होती है।

2. नीम का काढ़ा:

नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर छान लें और इस पानी को दिन में दो बार पिएं। यह शरीर को अंदर से साफ करता है और आंतरिक बवासीर (Internal Piles) में राहत देता है।

3. नीम का तेल:

नीम का तेल गुदा क्षेत्र में लगाने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण को रोकते हैं और बवासीर को तेजी से ठीक करने में मदद करते हैं।

4. नीम का पेस्ट:

नीम की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बना लें और प्रभावित स्थान पर लगाएं। इससे सूजन कम होती है और जलन में राहत मिलती है

यह भी देखें Buransh Juice के फायदे: लू से चाहिए बचाव और पेट रहना है फिट? इस पहाड़ी जूस को बनाएं अपनी गर्मियों की ढाल

Buransh Juice के फायदे: लू से चाहिए बचाव और पेट रहना है फिट? इस पहाड़ी जूस को बनाएं अपनी गर्मियों की ढाल

5. नीम का स्नान:

अगर बवासीर बहुत ज्यादा बढ़ गई हो, तो गुनगुने पानी में नीम की पत्तियाँ डालकर सिट्ज़ बाथ (Sitz Bath) लें। यह दर्द को शांत करता है और घाव को जल्दी भरने में मदद करता है।

यह भी देखें: बदबूदार सांसों से मिलेगा छुटकारा! आजमाएं ये 10 घरेलू नुस्खे, डॉक्टर ने भी माना सबसे आसान तरीका

नीम के इस्तेमाल में सावधानियाँ

हालांकि नीम बवासीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में यह हानिकारक भी हो सकता है।

  1. गर्भवती महिलाओं को नीम का अत्यधिक सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गर्भपात का कारण बन सकता है।
  2. ब्लड शुगर कम करने की दवाएँ लेने वाले लोग नीम के अधिक सेवन से बचें, क्योंकि यह शुगर को बहुत ज्यादा कम कर सकता है।
  3. यदि बवासीर में अत्यधिक रक्तस्राव हो रहा हो, तो नीम के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
  4. नीम का तेल सीधे गुदा के अंदर लगाने से जलन हो सकती है, इसलिए इसे नारियल तेल (Coconut Oil) के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें।

नीम कब नहीं है प्रभावी?

नीम हल्के और मध्यम बवासीर के लिए बेहद असरदार हो सकता है, लेकिन कुछ स्थितियों में यह ज्यादा प्रभावी नहीं होता –

  1. गंभीर बवासीर (Severe Piles), जिसमें बहुत ज्यादा सूजन और खून बहना शामिल हो।
  2. यदि बवासीर बहुत पुरानी हो और किसी भी घरेलू उपाय से राहत न मिल रही हो।
  3. थ्रोम्बोस्ड बवासीर (Thrombosed Hemorrhoids), जिसमें गुदा के आसपास खून के थक्के जम जाते हैं।
  4. यदि पहले ही डॉक्टर सर्जरी या लेजर ट्रीटमेंट की सलाह दे चुके हैं।

यह भी देखें: सिर में जुओं ने मचा रखा है आतंक? इस रामबाण नुस्खे से मिनटों में छुटकारा पाएं – लीखें भी जड़ से होंगी खत्म!

यह भी देखें Diabetes Management: मेथी दाने का सेवन डायबिटीज कंट्रोल में कैसे मदद करता है, जानें

Diabetes Management: मेथी दाने का सेवन डायबिटीज कंट्रोल में कैसे मदद करता है, जानें

Photo of author

Leave a Comment

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें