
Posture Correction यानी शरीर की सही मुद्रा न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक संतुलन और आत्मविश्वास के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। लंबे समय तक गलत मुद्रा में बैठना या खड़े रहना पीठ दर्द, गर्दन में अकड़न और थकावट जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। सही पोश्चर (Posture) आपकी रीढ़ की हड्डी को सहारा देता है, मांसपेशियों पर अनावश्यक दबाव को कम करता है और शरीर में ऊर्जा के प्रवाह को संतुलित बनाए रखता है।
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योग और एक्सरसाइज़ से करें मुद्रा में सुधार

योगासन और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ शरीर की मुद्रा सुधारने के सबसे प्राकृतिक और प्रभावशाली तरीकों में से एक हैं। ताड़ासन, भुजंगासन, और वीरभद्रासन जैसे योग आसनों से शरीर सीधा और संतुलित रहता है। वहीं उत्कटासन और सेतुबंधासन जैसे व्यायाम पीठ और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं। इन अभ्यासों से शरीर में लचीलापन आता है और रीढ़ की हड्डी को सहारा मिलता है, जिससे Posture Correction में तेजी से सुधार देखने को मिलता है।
सही बैठने और खड़े होने की आदतें
Posture Correction केवल योग या व्यायाम से ही नहीं होता, बल्कि यह हमारी दैनिक जीवनशैली से भी जुड़ा हुआ है। काम करते समय कुर्सी पर बैठने का तरीका, मोबाइल या लैपटॉप के उपयोग की स्थिति और चलते समय शरीर का संतुलन इन सभी का सीधा प्रभाव आपकी मुद्रा पर पड़ता है। जब आप कंप्यूटर पर लंबे समय तक बैठते हैं तो कोशिश करें कि पीठ सीधी हो, पैरों को ज़मीन पर टिकाकर बैठें और स्क्रीन आपकी आंखों की सीध में हो।
लंबे समय तक एक ही मुद्रा से बचें

लगातार एक ही स्थिति में बैठना या खड़े रहना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हर 30-40 मिनट के अंतराल पर खड़े होकर कुछ मिनट टहलना, हल्के स्ट्रेच करना और गहरी सांस लेना Posture Correction के लिए बेहद मददगार होता है। इससे न केवल आपकी मांसपेशियां एक्टिव रहती हैं बल्कि मानसिक सतर्कता भी बनी रहती है।
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सजगता (Mindfulness) से करें मुद्रा पर नियंत्रण
Mindfulness यानी सजगता शरीर की स्थिति को समझने और सुधारने में बहुत सहायक होती है। जब आप सजग होते हैं, तो आपको अपनी गलत मुद्रा का तुरंत एहसास होता है और आप उसे सही कर सकते हैं। हर बार जब आप खुद को झुकते हुए या बैठने के गलत तरीके से पकड़ें, तो तुरंत खुद को सीधा करें। यह आदत समय के साथ आपकी मुद्रा को स्वाभाविक रूप से सही करने लगेगी।
शरीर की मुद्रा सुधारने में पोषण

सही खान-पान और भरपूर नींद भी Posture Correction के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। कैल्शियम और विटामिन D से भरपूर भोजन आपकी हड्डियों को मज़बूती देता है, वहीं प्रोटीन मांसपेशियों के विकास में सहायक होता है। एक अच्छी नींद से शरीर को आराम मिलता है, जिससे रीढ़ और मांसपेशियों को संतुलन बनाए रखने में सहायता मिलती है।
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