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कमजोर नसें बन सकती हैं बड़ी परेशानी! इन 5 खतरनाक बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा, इन लक्षणों को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

अगर आपकी नसें कमजोर हैं, तो सावधान! ये 5 बीमारियां कर सकती हैं गंभीर नुकसान - जानें कैसे बचाव करें।

By Divya Pawanr
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कमजोर नसें बन सकती हैं बड़ी परेशानी! इन 5 खतरनाक बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा, इन लक्षणों को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

नसें हमारे शरीर की एक महत्वपूर्ण संरचना हैं, जो पूरे शरीर में सिग्नल भेजने और रिसीव करने का काम करती हैं। जब नसें कमजोर हो जाती हैं, तो शरीर के विभिन्न हिस्सों में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। नसों की कमजोरी कई बीमारियों को जन्म दे सकती है, जिनका समय रहते इलाज न किया जाए तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

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दिमाग में सूजन

Swelling in brain

नसों की कमजोरी से बढ़ता खतरा एन्सेफेलाइटिस (Encephalitis) एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें मस्तिष्क में सूजन आ जाती है। नसों की कमजोरी और संक्रमण इसका मुख्य कारण हो सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति की नसें कमजोर हैं, तो वह इस बीमारी की चपेट में आसानी से आ सकता है। इसका शुरुआती इलाज बहुत जरूरी होता है, अन्यथा यह स्थायी न्यूरोलॉजिकल क्षति का कारण बन सकता है।

ब्रेन स्ट्रोक

नसों में ब्लॉकेज से बढ़ता खतरा ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) तब होता है जब मस्तिष्क की नसों में ब्लॉकेज आ जाता है या कोई रक्तवाहिका फट जाती है। नसों की कमजोरी से रक्त संचार प्रभावित हो सकता है, जिससे यह बीमारी अधिक घातक हो सकती है। यह स्थिति ऑक्सीजन की कमी के कारण मस्तिष्क में स्थायी क्षति या मृत्यु का कारण बन सकती है। नसों को स्वस्थ रखना स्ट्रोक के खतरे को कम करने के लिए बेहद जरूरी है।

मिर्गी

Epiliepsy

असामान्य विद्युत गतिविधि से बढ़ता खतरा मिर्गी (Epilepsy) एक न्यूरोलॉजिकल विकार है, जिसमें मस्तिष्क की विद्युत गतिविधि असामान्य हो जाती है और दौरे पड़ सकते हैं। नसों की कमजोरी मस्तिष्क के सामान्य कार्यों को बाधित कर सकती है, जिससे मिर्गी के दौरे बढ़ सकते हैं। यह बीमारी उन लोगों में अधिक देखी जाती है, जिनकी नसें पहले से कमजोर हैं या जिनकी तंत्रिका प्रणाली पर अधिक दबाव पड़ता है।

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मल्टीपल स्क्लेरोसिस

तंत्रिका तंतुओं को पहुंचता है नुकसान मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis) एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) नसों के सुरक्षात्मक कवच मायेलिन (Myelin) पर हमला करती है। इससे तंत्रिका संचार बाधित होता है और व्यक्ति को मांसपेशियों में कमजोरी, संतुलन की समस्या और दृष्टि दोष जैसी परेशानियां हो सकती हैं। नसों की कमजोरी इस बीमारी के बढ़ने का प्रमुख कारण बन सकती है।

वैरिकोज वेन्स

वैरिकोज वेन्स

नसों में सूजन से बढ़ता दर्द वैरिकोज वेन्स (Varicose Veins) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें नसें फूल जाती हैं और पैरों में भारीपन महसूस होता है। नसों की कमजोरी के कारण यह समस्या और अधिक गंभीर हो सकती है। जो लोग लंबे समय तक खड़े रहते हैं या बैठकर काम करते हैं, उनमें यह समस्या अधिक देखी जाती है। नसों को हेल्दी रखने के लिए व्यायाम और नियमित ब्लड सर्कुलेशन बनाए रखना जरूरी है।

नसों की कमजोरी से बचाव और समाधान नसों की कमजोरी से बचने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त आराम और विटामिन बी12 (Vitamin B12) व मैग्नीशियम (Magnesium) से भरपूर भोजन का सेवन करना चाहिए। मानसिक तनाव कम करना और सही दिनचर्या अपनाना भी जरूरी है। यदि नसों की कमजोरी के लक्षण महसूस होते हैं, तो समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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