
सिर या दाढ़ी के सफेद बाल आजकल युवाओं तक को परेशान कर रहे हैं। पहले जहां यह समस्या उम्र बढ़ने के साथ होती थी, वहीं अब तनाव, खान-पान में कमी, केमिकल युक्त उत्पाद और हार्मोनल असंतुलन जैसी वजहों से बाल जल्दी सफेद होने लगे हैं। ऐसे में लोग Hair Dye जैसे केमिकल विकल्प अपनाते हैं, जो अस्थायी होते हैं और साइड इफेक्ट्स भी लाते हैं। वहीं आयुर्वेदिक उपाय एक स्थायी, सुरक्षित और प्राकृतिक समाधान देते हैं।
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प्राकृतिक उपायों की ओर वापसी
एक ऐसा ही प्रभावी आयुर्वेदिक नुस्खा है प्याज के छिलके, मेथी और कलौंजी से बना हेयर स्प्रे। इस स्प्रे को तैयार करने के लिए तीन गिलास पानी में पांच प्याज के छिलके, एक चम्मच मेथी दाना, एक चम्मच कलौंजी और एक चम्मच चाय पत्ती डालकर धीमी आंच पर उबालना होता है। जब पानी एक तिहाई रह जाए तो इसे ठंडा कर छान लें और स्प्रे बोतल में भर लें। इस मिश्रण को रोजाना बालों की जड़ों में लगाएं। यह मेलानिन उत्पादन को बढ़ावा देता है जिससे बाल दोबारा काले होने लगते हैं।
नारियल तेल और आंवला

नारियल तेल में आंवला मिलाकर तैयार किया गया मिश्रण भी सफेद बालों को फिर से काला करने में मदद करता है। नारियल तेल में लौरिक एसिड होता है जो बालों की जड़ों तक गहराई से जाता है, जबकि आंवला में मौजूद विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स बालों के रोम को पुनर्जीवित करते हैं। रात में सोने से पहले इस मिश्रण से मालिश करें और सुबह धो लें। नियमित उपयोग से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और रंग प्राकृतिक रूप से गहरा होता है।
करी पत्ता और नारियल तेल

करी पत्ते विटामिन B और आयरन से भरपूर होते हैं, जो बालों के पिगमेंटेशन में मदद करते हैं। दो कप नारियल तेल में एक कप ताजे करी पत्ते डालकर तब तक उबालें जब तक मिश्रण गाढ़ा और काले रंग का न हो जाए। ठंडा होने पर इस तेल से सिर या दाढ़ी की मालिश करें। यह मिश्रण बालों के सफेद होने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है और धीरे-धीरे बालों को काला करने में मदद करता है।
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भृंगराज तेल

भृंगराज को आयुर्वेद में ‘केशराज’ यानी बालों का राजा माना गया है। इसकी तासीर ठंडी होती है, जो तनाव कम करने में भी मदद करती है। भृंगराज की पत्तियों को नारियल तेल में रातभर भिगोकर रखें और सुबह उसे हल्का गर्म करके सिर में मालिश करें। यह उपाय बालों की जड़ों में रक्त संचार बढ़ाता है और प्राकृतिक रूप से बालों को काला बनाता है।
जीवनशैली का योगदान
सिर्फ बाहरी उपचार से ही बालों को काला नहीं किया जा सकता। इसके लिए शरीर को भीतर से पोषण देना जरूरी है। आंवला, तिल, मूंगफली, काले तिल, गाजर, और बादाम जैसे फूड्स बालों की सेहत को सुधारते हैं। इसके अलावा, रोजाना योग, प्राणायाम और तनावमुक्त दिनचर्या भी बालों के रंग और घनत्व को बनाए रखने में मदद करती है।
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