सेहत खजाना

संजीवनी बूटी से कम नहीं ये पत्तियां! एक बार काढ़ा पी लो, 12 बीमारियां होंगी छू-मंतर!

डायबिटीज़, एसिडिटी, जोड़ों का दर्द और कमजोर हड्डियां—क्या आप जानते हैं कि शीशम की पत्तियां इन सभी समस्याओं का रामबाण इलाज हो सकती हैं? आयुर्वेद भी मानता है कि इनका सेवन शरीर को रोगमुक्त और मजबूत बना सकता है! जानिए कैसे एक साधारण काढ़ा आपको सेहतमंद बना सकता है!

By Divya Pawanr
Published on
संजीवनी बूटी से कम नहीं ये पत्तियां! एक बार काढ़ा पी लो, 12 बीमारियां होंगी छू-मंतर!

आयुर्वेद में शीशम की पत्तियों को संजीवनी तुल्य माना जाता है। जिस तरह इसकी लकड़ी मजबूत होती है, उसी प्रकार इसकी पत्तियों में भी अनेक औषधीय गुण समाहित होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, शीशम की पत्तियां पाचन तंत्र को मजबूत बनाने, हड्डियों की मजबूती बढ़ाने और कई प्रकार के संक्रमण से बचाव करने में मददगार होती हैं। आज हम आपको शीशम की पत्तियों के विशेष गुणों और इसके सेवन से होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

यह भी देखें: सिर में जुओं ने मचा रखा है आतंक? इस रामबाण नुस्खे से मिनटों में छुटकारा पाएं – लीखें भी जड़ से होंगी खत्म!

पाचन तंत्र के लिए वरदान

पाचनतंत्र की समस्या

मेडिसिनल प्लांट एक्सपर्ट शुभम के अनुसार, शीशम की पत्तियों में ऐसे प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। कब्ज, गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में यह अत्यंत प्रभावी मानी जाती हैं। यदि नियमित रूप से इन पत्तियों का काढ़ा बनाकर सेवन किया जाए, तो पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है और पेट संबंधी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

डायबिटीज़ और त्वचा रोगों में लाभकारी

शीशम की पत्तियों का काढ़ा डायबिटीज़ के मरीजों के लिए विशेष लाभकारी होता है। इसमें ऐसे एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, यह त्वचा से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करने में कारगर साबित होती हैं। यदि इन पत्तियों को उबालकर उनका पानी चेहरे पर लगाया जाए, तो दाग-धब्बे, झाइयां और मुंहासे धीरे-धीरे कम हो जाते हैं।

यह भी देखें: रोजाना ब्रश करने के बाद भी मुंह से आती है बदबू? हो सकते हैं इन 3 गंभीर बीमारियों के शिकार! तुरंत जानें बचाव और इलाज

दांतों और मसूड़ों के लिए फायदेमंद

दांत पीसने की आदत

शीशम की टहनियों का दातून प्राचीन काल से ही दांतों की सफाई के लिए उपयोग किया जाता रहा है। इसमें प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो दांतों की सफेदी बनाए रखते हैं और मसूड़ों को मजबूत करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से शीशम की टहनियों से दांत साफ करने से कैविटी, मसूड़ों की सूजन और मुंह की दुर्गंध जैसी समस्याएं दूर होती हैं।

यह भी देखें Why Is Your Urine Bright Yellow? Here’s What It Reveals About Your Healt

Why Is Your Urine Bright Yellow? Here’s What It Reveals About Your Health

हड्डियों की मजबूती और दर्द निवारक गुण

आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, शीशम की पत्तियों का उपयोग हड्डियों की मजबूती बढ़ाने के लिए किया जाता है। इनमें प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर के दर्द को कम करने और हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। यह विशेष रूप से गठिया और जोड़ों के दर्द के मरीजों के लिए लाभकारी मानी जाती हैं।

संक्रमण से बचाव और रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि

दूध के साथ मिलाकर पिए ये चीज

शीशम की पत्तियों में मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल तत्व शरीर को संक्रमण से बचाने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से इसका सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, जिससे शरीर सामान्य सर्दी-जुकाम और अन्य वायरल संक्रमणों से बचा रहता है।

सावधानियां और सही उपयोग

हालांकि शीशम की पत्तियों का सेवन आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन किसी भी औषधीय पौधे का अत्यधिक उपयोग हानिकारक हो सकता है। इसलिए बेहतर परिणामों के लिए इसका उपयोग किसी अनुभवी चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य की सलाह लेकर ही करें।

यह भी देखें: लहसुन और प्याज का पानी पीने के चमत्कारी फायदे! सेहत में आएगा जबरदस्त बदलाव

यह भी देखें कमजोर नसें बन सकती हैं बड़ी परेशानी! इन 5 खतरनाक बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा, इन लक्षणों को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

कमजोर नसें बन सकती हैं बड़ी परेशानी! इन 5 खतरनाक बीमारियों का बढ़ जाता है खतरा, इन लक्षणों को नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

Photo of author

Leave a Comment