
आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का अधिक उपयोग आंखों की सेहत पर गहरा प्रभाव डाल रहा है। दिनभर 10 से 12 घंटे स्क्रीन के सामने बिताने से रेटिना प्रभावित होता है, जिससे आई ड्राईनेस, डार्क सर्कल्स और आंखों की रोशनी कमजोर होने जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। हालांकि, चश्मे, दवा और सर्जरी जैसी आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों का सहारा लिया जा सकता है, लेकिन सबसे पहले यह जरूरी है कि आंखों को आराम देने वाले नियमों को अपनाया जाए। अगर आप प्राकृतिक तरीके से आंखों की रोशनी सुधारना चाहते हैं, तो आयुर्वेद इसमें मददगार साबित हो सकता है।
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आयुर्वेद विशेषज्ञ की राय: कैसे बढ़ाएं आंखों की रोशनी?
आयुर्वेदिक फिजियोलॉजी में एमडी, डॉ. अंकुर तंवर बताते हैं कि जैसे शरीर के अन्य अंगों की देखभाल आवश्यक है, वैसे ही आंखों की सेहत को बनाए रखने के लिए भी विशेष ध्यान देना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, आंवला, मोरिंगा, शंखपुष्पी और अश्वगंधा जैसी जड़ी-बूटियां आंखों के स्वास्थ्य को सुधारने में मददगार हो सकती हैं। ये जड़ी-बूटियां न केवल रेटिना को बूस्ट करती हैं, बल्कि आंखों की नसों को भी सक्रिय करती हैं। इसके अलावा, यष्टीमधु और शोभंजन का उपयोग भी लाभकारी माना जाता है। साथ ही, नेत्र तर्पण विधि भी आंखों के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए प्रभावी होती है।
आयुर्वेदिक उपाय जो आंखों की रोशनी बढ़ा सकते हैं
1. आंवला का रस (Gooseberry Juice)
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आंवला विटामिन ए और सी का अच्छा स्रोत है, जो आंखों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। यह रेटिना को मजबूत बनाकर आंखों के धुंधलेपन को कम करने में सहायक है।
कैसे करें सेवन:
- आंवले के रस को पानी में मिलाकर पिएं।
- आंवले का पाउडर पानी में घोलकर सेवन करें।
- आंवले को उबालकर या कच्चा खाएं।
2. त्रिफला पाउडर (Triphala Powder)
त्रिफला पाचन सुधारने के साथ-साथ आंखों के संक्रमण, सूजन और कमजोर रोशनी की समस्या को दूर करने में मदद करता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
- त्रिफला पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर आंखों को धोएं।
- नियमित रूप से रात में इसका सेवन करें।
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3. घी (Ghee)
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शुद्ध घी का उपयोग आंखों में प्राकृतिक लुब्रिकेशन लाने के लिए किया जाता है। यह आंखों की ड्राईनेस को दूर कर उनकी रोशनी को बेहतर करता है।
कैसे करें इस्तेमाल:
- शुद्ध घी की कुछ बूंदें आंखों में डालें।
- आंखों के चारों ओर हल्के हाथों से मसाज करें।
4. शंखपुष्पी (Shankh Pushpi)
शंखपुष्पी का सेवन करने से आंखों की थकान और स्क्रीन टाइम के कारण होने वाले स्ट्रेस को कम किया जा सकता है। यह ब्रेन फंक्शन और आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
कैसे करें सेवन:
- इसे जूस या कैप्सूल के रूप में लें।
- पाउडर को पानी में मिलाकर पिएं।
5. अश्वगंधा (Ashwagandha)
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अश्वगंधा में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आंखों की नसों को सक्रिय करते हैं और आंखों की थकान को दूर करने में सहायक होते हैं।
कैसे करें प्रयोग:
- अश्वगंधा में शहद मिलाकर सेवन करें।
- इसे आंवला और मुलेठी के साथ मिलाकर खाएं।
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