
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारा खानपान और लाइफस्टाइल हमारे लिवर पर भारी पड़ रहा है। लिवर शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और मेटाबॉलिज्म को सही बनाए रखने में मदद करता है। लेकिन, अनहेल्दी फूड और बढ़ते प्रदूषण के कारण लिवर डिटॉक्स की जरूरत बढ़ गई है। ऐसे में आंवला जूस (Amla Juice) एक प्राकृतिक और असरदार उपाय साबित हो सकता है।
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आंवला जूस से लिवर डिटॉक्स के फायदे

आंवला जूस, जिसे इंडियन गूजबेरी (Indian Gooseberry) भी कहा जाता है, अपने एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर गुणों के कारण लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और लिवर सेल्स को रीजनरेट करने में सहायता करता है। इसके अलावा, यह फैटी लिवर और हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों से बचाव करता है।
अगर लिवर पर अधिक प्रेशर पड़ता है तो यह विषाक्त पदार्थों को सही तरीके से प्रोसेस नहीं कर पाता, जिससे मोटापा, पाचन संबंधी दिक्कतें और स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। आंवला जूस लिवर को डिटॉक्स कर डाइजेस्टिव सिस्टम को सुधारने और इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है।
आंवला जूस का सेवन कैसे करें?
आंवला जूस को सही तरीके से पीना बहुत जरूरी है ताकि इसके अधिकतम फायदे मिल सकें। सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में आधा कप आंवला जूस मिलाकर पीने से लिवर पर जमा टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं।
अगर आप और अधिक लाभ चाहते हैं, तो इसे एलोवेरा जूस (Aloe Vera Juice) या लौकी जूस (Bottle Gourd Juice) के साथ मिक्स करके पी सकते हैं। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल को बैलेंस करता है।
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क्यों है आंवला जूस एक सुपरफूड?
आंवला जूस सिर्फ लिवर ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करती हैं। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने, स्किन ग्लोइंग बनाने और बालों को मजबूत करने में भी सहायक है।
सावधानियां और जरूरी बातें
हालांकि आंवला जूस बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन इसका सेवन करते समय कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी हैं। अगर आपको एसिडिटी या लो ब्लड प्रेशर की समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इसे अपने डेली रूटीन में शामिल करें। अधिक मात्रा में इसका सेवन पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है।
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