
हर सुबह दिन की शुरुआत अगर मलासन (Malasana) से की जाए, तो ना सिर्फ शरीर को लचीलापन मिलता है, बल्कि आंतरिक अंगों को भी शक्ति मिलती है। यह योगासन पारंपरिक भारतीय योग प्रणाली का हिस्सा है, जिसे अंग्रेज़ी में Garland Pose कहा जाता है। मलासन एक सरल लेकिन अत्यंत प्रभावी मुद्रा है जिसे अगर रोज़ाना सिर्फ 15 मिनट भी किया जाए, तो इसके अनेक चमत्कारी फायदे सामने आते हैं।
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पाचन तंत्र को करता है दुरुस्त
मलासन का सबसे बड़ा लाभ इसका पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव है। यह मुद्रा पेट के निचले हिस्से पर हल्का दबाव बनाती है, जिससे आंतों की गति सक्रिय होती है। खासतौर पर जो लोग कब्ज (Constipation) या गैस से परेशान रहते हैं, उनके लिए यह योग अत्यधिक लाभकारी साबित हो सकता है। मलासन करने से आंतें सुचारू रूप से कार्य करती हैं और शरीर की डिटॉक्स प्रक्रिया तेज होती है।
हिप्स और पेल्विक फ्लोर की लचीलापन बढ़ाता है
यह आसन हिप्स, जांघों और पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है, जिससे उनकी लचीलापन में सुधार होता है। विशेष रूप से महिलाएं जो गर्भावस्था के बाद या मासिक धर्म (Periods) के दौरान असहजता महसूस करती हैं, उनके लिए मलासन राहतदायक होता है। यह गर्भाशय और पेल्विक क्षेत्र में रक्त प्रवाह को बढ़ाकर हार्मोन बैलेंस में मदद करता है।
निचले शरीर की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है
मलासन करते समय पूरा भार जांघों, पिंडलियों और ग्लूट्स पर आता है। यह स्थिति शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूती देती है। इसका नियमित अभ्यास संतुलन और स्थिरता बढ़ाने में सहायक होता है, जिससे गिरने और चोट लगने की संभावना कम हो जाती है। बुजुर्गों और लंबे समय तक बैठे रहने वाले लोगों के लिए यह योग विशेष रूप से उपयोगी है।
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कमर दर्द और रीढ़ की समस्याओं से राहत
जो लोग लगातार कंप्यूटर या लैपटॉप पर काम करते हैं, उन्हें कमर दर्द और रीढ़ की अकड़न की समस्या आम हो जाती है। मलासन इन दोनों समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर है। यह रीढ़ को प्राकृतिक स्थिति में रखता है और नसों पर दबाव को कम करता है। इस आसन से रीढ़ की हड्डी को ताकत मिलती है और बॉडी पॉस्चर सुधरता है।
मेटाबॉलिज्म को करता है तेज
मलासन का एक अन्य महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह शरीर के मेटाबॉलिज्म (Metabolism) को तेज करता है। जैसे ही यह योगासन आंतरिक अंगों को सक्रिय करता है, शरीर की ऊर्जा खपत बढ़ जाती है, जिससे मोटापा नियंत्रित रहता है। इसके अलावा, मेटाबॉलिज्म में सुधार से शरीर को दिनभर चुस्ती और ऊर्जा मिलती है।
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