
मुंह की बदबू (Bad Breath) यानी हैलिटोसिस एक आम लेकिन बेहद असहज स्थिति है, जिससे न केवल आत्मविश्वास घटता है बल्कि सामाजिक रिश्तों पर भी असर पड़ता है। अगर आप सोच रहे हैं कि मुंह की स्मेल कैसे दूर करें, तो आपको यह जानकर राहत मिलेगी कि डॉक्टर भी कई देसी नुस्खों की सिफारिश करते हैं, जो इस समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
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सौंफ से पाएं ताजगी और राहत

सौंफ (Fennel Seeds) न केवल पाचन में सहायक होती है बल्कि इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल तत्व मुंह के बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करते हैं। खाने के बाद आधा चम्मच सौंफ चबाने से न केवल सांसें ताजा रहती हैं, बल्कि बदबू को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है।
लौंग और मुलेठी का कमाल
लौंग (Clove) में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो मुंह के रोगाणुओं को मारने में सक्षम होते हैं। वहीं मुलेठी (Liquorice) दांतों की सड़न को रोककर सांसों को ताजगी प्रदान करती है। इन दोनों को एक साथ चबाने से लंबे समय तक बदबू से राहत मिलती है।
तुलसी और पुदीना से हर सांस बने खुशबूदार

तुलसी (Tulsi) और पुदीना (Mint) के पत्ते सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित नहीं हैं। ये दोनों ही जड़ी-बूटियाँ मुंह की दुर्गंध को प्राकृतिक रूप से खत्म करने की शक्ति रखती हैं। तुलसी के पत्तों को चबाने से मुंह में मौजूद बैक्टीरिया कम होते हैं, वहीं पुदीना के पत्तों से बनी चाय या कुल्ला करने से मुंह तरोताजा रहता है।
अदरक और नींबू का जादू
अदरक (Ginger) और नींबू (Lemon) में पाए जाने वाले जीवाणुनाशक गुण मुंह की गंध को प्राकृतिक रूप से खत्म करते हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू और अदरक का रस मिलाकर दिन में दो-तीन बार कुल्ला करने से काफी लाभ होता है।
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ऑयल पुलिंग से मुंह के बैक्टीरिया गायब

आयुर्वेद में ऑयल पुलिंग (Oil Pulling) को बेहद प्रभावी माना गया है। रोज सुबह नारियल तेल या तिल के तेल से 10-15 मिनट तक पुलिंग करने से मुंह की सफाई होती है और बैक्टीरिया खत्म होते हैं। इसका असर कुछ ही दिनों में महसूस किया जा सकता है।
नमक और सरसों के तेल से मसूड़ों की देखभाल
मसूड़ों की सफाई और मजबूती भी बदबू रोकने में अहम भूमिका निभाती है। सरसों के तेल (Mustard Oil) में चुटकीभर नमक मिलाकर हल्के हाथों से मसूड़ों की मसाज करने से न केवल खून का संचार बेहतर होता है, बल्कि मुंह की दुर्गंध भी नियंत्रित होती है।
पानी पीने की आदत डालें

कई बार मुंह सूखने के कारण भी बदबू आने लगती है। दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से लार का उत्पादन बढ़ता है, जो प्राकृतिक रूप से मुंह को साफ रखने का काम करता है। हर घंटे में थोड़ा-थोड़ा पानी पीना इस समस्या को रोकने में सहायक हो सकता है।
भोजन के बाद कुल्ला है जरूरी
भोजन के बाद सादा पानी से कुल्ला करने की आदत आपको जीवनभर बदबू से बचा सकती है। भोजन के कण जब मुंह में रह जाते हैं तो बैक्टीरिया उन्हें तोड़ते हैं, जिससे बदबू उत्पन्न होती है। कुल्ला करने से ये कण निकल जाते हैं और मुंह साफ रहता है।
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