
माइग्रेन-Migraine एक गंभीर सिरदर्द है, जो कई लोगों के लिए असहनीय हो सकता है। इस समस्या में सिर के एक तरफ तेज़ दर्द, मतली और रोशनी के प्रति संवेदनशीलता जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। कई बार यह दर्द घंटों से लेकर दिनों तक बना रह सकता है, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होती है। हालांकि, कुछ असरदार घरेलू उपायों से माइग्रेन के दर्द में तुरंत राहत पाई जा सकती है।
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बर्फ का सेक (Cold Compress) से राहत

माइग्रेन होने पर बर्फ के टुकड़ों को एक तौलिये में लपेटकर सिर या गर्दन के पीछे लगाने से सूजन कम होती है और दर्द में राहत मिलती है। ठंडी सिकाई नसों को संकुचित करके दर्द के प्रभाव को कम करती है।
पुदीना तेल-Peppermint Oil की मसाज
पुदीना तेल में मौजूद मेन्थॉल तत्व सिरदर्द को कम करने में कारगर होता है। इसे माथे और कनपटी पर हल्के हाथों से लगाने से मांसपेशियों को आराम मिलता है और माइग्रेन से राहत मिलती है। इसकी खुशबू भी ताजगी का अहसास कराती है।
अदरक-Ginger का चमत्कारी असर

अदरक में मौजूद प्राकृतिक सूजनरोधी गुण माइग्रेन के दर्द और मतली को कम करने में मदद करते हैं। अदरक की चाय पीने से तंत्रिका तंत्र को आराम मिलता है और दर्द की तीव्रता घटती है। इसे कच्चा चबाने या गर्म पानी में मिलाकर पीने से भी फायदा होता है।
लैवेंडर तेल-Lavender Oil की भाप
लैवेंडर तेल की कुछ बूंदें गर्म पानी में डालकर उसकी भाप लेने से माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है। इसकी सुगंध दिमाग को शांत करने और तनाव को कम करने में सहायक होती है।
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पर्याप्त हाइड्रेशन जरूरी

डिहाइड्रेशन माइग्रेन का एक बड़ा कारण हो सकता है। शरीर में पानी की कमी होने पर सिरदर्द की संभावना बढ़ जाती है। दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीना माइग्रेन के लक्षणों को कम कर सकता है। नारियल पानी और हर्बल टी भी हाइड्रेशन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
योग और ध्यान-Yoga & Meditation
नियमित योग और ध्यान माइग्रेन की तीव्रता और आवृत्ति को कम करने में सहायक होता है। विशेष रूप से अनुलोम-विलोम प्राणायाम और शवासन करने से तनाव घटता है, जिससे सिरदर्द में आराम मिलता है।
आराम और नींद

पर्याप्त नींद न लेने से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेने से माइग्रेन की समस्या को कम किया जा सकता है। साथ ही सोने और जागने का नियमित समय बनाए रखना भी जरूरी है।
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