
पैरों की मालिश (Foot Massage) न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद मानी जाती है। यह एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, जो आज भी तनाव (Stress), दर्द और विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में सहायक मानी जाती है। आधुनिक जीवनशैली में भागदौड़ और तनाव के बीच, पैरों की सही तरह से मसाज करने से न केवल शरीर को राहत मिलती है, बल्कि नींद की गुणवत्ता भी बेहतर होती है।
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पैरों की मालिश से तनाव और दर्द में राहत
Foot Massage से शरीर में एंडोर्फिन (Endorphins) हार्मोन का स्राव बढ़ता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। यह एक प्राकृतिक पेनकिलर (Painkiller) की तरह काम करता है, जिससे मांसपेशियों की अकड़न और थकान दूर होती है। लंबे समय तक खड़े रहने या ज्यादा चलने से पैरों में सूजन और दर्द हो सकता है, जिसे मसाज करने से तुरंत राहत मिलती है। यह मालिश रक्त संचार (Blood Circulation) को बढ़ाने में भी मदद करती है, जिससे ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर होती है और शरीर ऊर्जावान महसूस करता है।
ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में मददगार
नियमित रूप से पैरों की मालिश करने से रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य (Heart Health) भी मजबूत होता है। उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) को नियंत्रित करने में भी यह मददगार साबित होती है। इसके अलावा, डायबिटीज (Diabetes) से पीड़ित लोगों के लिए यह विशेष रूप से फायदेमंद होती है, क्योंकि इससे पैरों में सुन्नपन और दर्द की समस्या कम होती है।
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अच्छी नींद के लिए फायदेमंद
रात में सोने से पहले पैरों की मालिश करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है। यह शरीर को आराम देने में मदद करती है, जिससे अनिद्रा (Insomnia) जैसी समस्याएं दूर होती हैं। आयुर्वेद और एक्यूप्रेशर (Acupressure) के अनुसार, पैरों के तलवों में ऐसे बिंदु होते हैं, जिनकी मालिश करने से शरीर की विभिन्न बीमारियां ठीक हो सकती हैं और मस्तिष्क को गहरी शांति मिलती है।
गर्भावस्था में उपयोगी
गर्भवती महिलाओं के लिए भी Foot Massage बहुत फायदेमंद होता है। प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के दौरान पैरों में सूजन, ऐंठन और थकान आम समस्या होती है, जिसे मालिश करके आसानी से कम किया जा सकता है। इससे रक्त प्रवाह सुचारू होता है और शरीर हल्का महसूस करता है।
जोड़ों और मांसपेशियों के लिए लाभकारी
मांसपेशियों की अकड़न और जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए भी Foot Massage एक प्रभावी उपाय है। खासकर बुजुर्गों के लिए, जिन्हें गठिया (Arthritis) और अन्य जोड़ों की समस्याएं होती हैं, नियमित रूप से पैरों की मसाज करने से दर्द और सूजन में कमी आती है। इसके अलावा, यह फ्लैट फुट (Flat Foot) की समस्या में भी राहत प्रदान करता है।
पैरों की मालिश के लिए सही तरीका
Foot Massage के लिए सरसों का तेल (Mustard Oil) या तिल का तेल (Sesame Oil) सबसे अधिक फायदेमंद माना जाता है। मालिश शुरू करने से पहले तेल को हल्का गर्म कर लेना चाहिए, जिससे यह त्वचा और मांसपेशियों में बेहतर तरीके से अवशोषित हो सके। तलवों, एड़ी और पंजों पर हल्के हाथों से दबाव देकर मालिश करनी चाहिए, जिससे रक्त संचार और तंत्रिका तंत्र (Nervous System) सक्रिय हो जाता है।
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