
Toothache Day: आजकल दांतों में सड़न (Tooth Decay) एक आम समस्या बन गई है। बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी इस परेशानी से जूझ रहे हैं। हालांकि, अधिकतर लोग इस समस्या को नजरअंदाज कर देते हैं, जो आगे चलकर गंभीर परिणाम दे सकती है। इसी जागरूकता को बढ़ाने के लिए हर साल 9 फरवरी को नेशनल टूथएक डे (National Toothache Day) मनाया जाता है।
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दांतों में सड़न क्यों होती है?
डेंटिस्ट डॉ. जयसिंह देशमुख के अनुसार, दांतों में सड़न के कई कारण हो सकते हैं, जो अलग-अलग उम्र के लोगों में अलग-अलग रूप में देखे जाते हैं।
1. बच्चों में दांतों की सड़न बच्चों को माँ का दूध या बोतल का दूध दिया जाता है। अगर दूध पीने के बाद उनके दांतों को साफ नहीं किया जाता तो दूध में मौजूद शुगर मुंह में बैक्टीरिया पैदा कर देती है, जो धीरे-धीरे कैविटी (Cavity) का रूप ले लेती है। यह स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब बच्चे पूरी रात दूध की बोतल लेकर सोते हैं।
2. जवानों के दांतों में सड़न युवाओं के खान-पान की आदतें दांतों के स्वास्थ्य पर सीधा असर डालती हैं। कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन, जैसे ब्रेड, चॉकलेट, जूस, सोडा आदि, दांतों में चिपक जाते हैं और बैक्टीरिया उन्हें एसिड (Acid) में बदल देते हैं, जिससे दांतों का इनैमल (Enamel) कमजोर हो जाता है और धीरे-धीरे कैविटी बनने लगती है।
3. बुजुर्गों के दांतों की समस्या बुजुर्गों के मसूड़ों में कैल्क्युलस (Calculus) जम जाता है, जिससे दांत हिलने लगते हैं और मसूड़ों में सूजन आ जाती है। तंबाकू, गुटखा और धूम्रपान करने वालों के दांत तेजी से कमजोर हो जाते हैं और गिरने लगते हैं।
4. आनुवांशिक कारण कुछ लोगों में यह समस्या अनुवांशिक भी होती है। यदि परिवार में किसी को पहले दांतों की समस्या रही हो तो अगली पीढ़ी में भी यह परेशानी देखने को मिल सकती है।
5. बदलता लाइफस्टाइल और जंक फूड फास्ट फूड और अनहेल्दी लाइफस्टाइल भी दांतों की सड़न का एक बड़ा कारण है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह समस्या कम पाई जाती है क्योंकि वे प्राकृतिक और स्वास्थ्यवर्धक भोजन करते हैं।
6. डायबिटीज (Diabetes) का असर डायबिटीज के मरीजों को दांतों की समस्या जल्दी होती है क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है और मसूड़ों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
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दांतों में सड़न के लक्षण
- दांतों का रंग बदलना: सड़न के कारण पहले सफेद लेयर बनती है, जो धीरे-धीरे ब्राउन और फिर काली हो जाती है।
- दांतों में छेद और दर्द: दांतों में छोटे-छोटे गड्ढे बन जाते हैं, जिनमें खाना फंस जाता है और धीरे-धीरे दर्द बढ़ने लगता है।
- गर्म-ठंडा लगने पर दर्द: ठंडा या गर्म कुछ भी खाने-पीने से दर्द का अनुभव होना सड़न का एक बड़ा संकेत है।
दांतों की सड़न से कैसे बचें?
1. मीठा कम खाएं ज्यादा मीठा खाने से बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं और दांतों की सड़न को बढ़ाते हैं। यदि मीठा खाने की इच्छा हो तो उसे खाने के तुरंत बाद कुल्ला करें या बिना शुगर वाली च्युइंग गम चबाएं।
2. बच्चों के दांतों की सफाई करें छोटे बच्चों के दांत ब्रश से नहीं धो सकते तो उनकी मसूड़ों की हल्की मालिश करें और कॉटन या साफ कपड़े से उन्हें पोंछें।
3. दिन में दो बार ब्रश करें सुबह और खासकर रात में सोने से पहले ब्रश जरूर करें। रात में ब्रश न करने से बैक्टीरिया को बढ़ने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है।
4. सही ब्रशिंग टेक्नीक अपनाएं हर व्यक्ति की दांतों की समस्या अलग होती है, इसलिए सही ब्रशिंग तकनीक अपनाने के लिए डेंटिस्ट से सलाह लें।
5. माउथवॉश का इस्तेमाल करें यदि मुंह से बदबू आती है तो माउथवॉश का उपयोग करें। यह बैक्टीरिया को खत्म कर देता है और दांतों को साफ रखता है।
6. हर छह महीने में दांतों की जांच करवाएं डेंटिस्ट से नियमित रूप से अपने दांतों की सफाई करवाएं। खासकर वे लोग जो स्मोकिंग (Smoking) या गुटखा खाते हैं, उन्हें हर छह महीने में एक बार दांतों की जांच जरूर करानी चाहिए।
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